6 महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी नहीं आई फाईनल रिर्पोट
फरीदाबाद,30 मई । फरीदाबाद जिला अस्पताल द्वारा गठित नेग्लीजेंसी जांच बोर्ड में चल रही क्यूआरजी अस्पताल के डॉक्टर प्रबल रॉय व उनकी टीम के द्वारा पथरी के ईलाज में लापरवाही से मरीज (भगवत दयाल) की मौत मामले में लभगभ 6 महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी अभी तक कोई फाईनल रिर्पोट न मिलने के कारण परिजनों में रोष हैं। बीते 2 महीने पहले पीड़ित परिजन सिविल सर्जन फरीदाबाद से मिले थे और जांच प्रक्रिया में तेजी लाकर जल्द से जल्द रिर्पोट देने की गुहार लगाई थी। लेकिन 2 महीने से ज्यादा समय बिताने के बाद भी जिला नेग्लीजेंसी जांच बोर्ड इस मामले पर ढील देता नज़र आ रहा है।
भगवत दयाल (दिवंगत) के बड़े भाई भरतलाल शर्मा ने बताया कि लगभग 6 महीने से ज्यादा समय बीतने के बाद भी अभी तक कोई फाईनल रिपोर्ट नैग्लीजेंस जांच बोर्ड के द्वारा नहीं दी गई है। उन्होंने कहा की जनवरी महीने की आखरी मीटिंग के बाद अभी तक नैग्लीजेंस जांच बोर्ड की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला है। उन्हें यह कह कर टाल दिया जाता है की एक्सपर्ट की ओपेनियन के लिए आपकी फाइल रोहतक पीजीआई भेज दी गयी है। जांच कमिटी के द्वारा इस तरह के रवैये से वह नाराज है।
गौरतलब है कि 1 नंबर 2019 को भगवत दयाल, श्याम नगर, पलवल निवासी अपनी पथरी के ऑपरेशन के लिए सेक्टर-16 क्यूआरजी अस्पताल में गये थे जिनका डॉक्टर प्रबल रॉय व उनकी टीम ने ऑपरेशन किया था। ऑपरेशन में डॉक्टरों ने गालब्लेडर तो निकाल दिय पर पथरी नली में फंस जाने की बात कही। बाद में मरीज की तबीयत खराब हो जाने के बाद डॉक्टरो ने भगवत दयाल की ओपन सर्जरी कर डाली जिसके बाद मरीज वेंटिलेटर पर चला गया। अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर से पूछने के बाद भी मरीज के विषय में नहीं बताया गया। 5 नवंबर शाम को डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया था। मामले में फरीदाबाद जिला अस्पताल द्वारा गठित नेग्लीजेंसी जांच बोर्ड में क्यूआरजी अस्पताल के डॉक्टर प्रबल रॉय व उनकी टीम पर फिलहाल अभी जांच चल रही है।