Home क्राइम आयुर्वेदिक दवाओं की कंपनी विवादों के घेरे में,पढिये पूरी खबर

आयुर्वेदिक दवाओं की कंपनी विवादों के घेरे में,पढिये पूरी खबर

आवाज केसरी
हरि मोहन शर्मा

पलवल,(आवाज केसरी) । पलवल के आली ब्रहामण गांव में बनी आयुर्वेदिक दवाओं की कंपनी विवादों में आ गई है। आली ब्रहामण गांव के रहने वाले हरि मोहन शर्मा और दलिप शर्मा दोनो चचेरे भाई है। इनमें दलिप शर्मा ने धन्वतरी हर्बल आयुर्वेद नाम से एक कंपनी खोली हुई है जिसमें आयुर्वेद दवाइयां व सेनेटाइजर बनाया जाता है।

हरिमोहन शर्मा का आरोप है कि उसके भाई दलिप शर्मा ने जब कंपनी का लाइसेंस लेने के लिए आयुष विभाग में आवेदन किया था तब उसने मेरी पत्नि के जाली हस्ताक्षर करके कृष्णा कालोनी स्थित उसके मकान का झूठा रेंट एग्रीमेंट बनवाया था। साथ ही एक फर्जी रेन्ट एग्रीमेंट बनवाकर आयुष ‌विभाग के लाइसेंस लेने के लिए प्रयोग किया गया। जबकि न तो उन्होंने रेन्ट एग्रीमेंट किया था न ही रेंट एग्रीमेंट के अनुसार 10 पैसे भी दीलिप व उसकी कंपनी के प्राप्त किये है।

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जिसकी कॉपी उसने आरटीआई के माध्यम से निकलवाई है। इतना ही नहीं जो डाक्टर व फार्मेंसिस्ट उसने कंपनी में दिखाए है उनके भी फर्जी कागजात लगाए हैं। उन्होंने बताया कि कंपनी में जो सेनेटाइजर बनाया जा रहा है उसे भी आठवी फेल लोग बना रहे है जिससे लोगों को भारी नुकसान होने की संभावना है। हरिमोहन शर्मा ने इसकी शिकायत किठवाडी पुल चौकी में दी हुई है। लेकिन अभी तक मुकदमा दर्ज नहीं किया गया है।

वहीं इस मामले में कंपनी के निदेशक दलिप कुमार का कहना है कि करीब ढाई वर्ष पहले कंपनी का लाइसेंस लेने के लिए आवेदन किया गया था। उस समय जो रेंट एग्रिमेंट तैयार किया गया उसमें हरिमोहन शर्मा की पत्नि मायावती के हस्ताक्षर पूरी तरह से असली है जिसे कही भी जांच कराकर देख सकते है। उसके बाद हमने कंपनी आली ब्रहामण गांव में शिफ्ट कर ली। आयुष विभाग हरियाणा किसी भी कंपनी को लाइसेंस देने से पहले पांच बार विजिट करता है, सभी कागजों की छानबीन होती है तब सरकार लाइसेंस जारी करती है। पिछले ढाई साल से मेरे पास दवा बनाने का लाइसेंस है, सरकार ने राह चलते ही मुझे लाइसेंस नही दिया है बल्कि मैने सरकार के नियमो को पूरा किया है तब जाकर मुझे लाइसेंस मिला है।

वहीं इस मामले में आयुष के जिला अधिकारी ड़ीएस अहलावत का कहना है कि उन्हें हरिमोहन शर्मा व दो अन्य की ओर से शिकायत मिली है जिस पर तीन अधिकारियों की जांच कमेंटी बनाकर जांच करवाई जा रही है।

जांच कमेटी के द्वारा कि गई जांच में यदि धन्वतरी हर्बल आयुर्वेद कंपनी अथवा मालिक दलिप शर्मा के खिलाफ किसी प्रकार अनियमितता पाएगी जायेगी तो  कानून कार्यवाही की जाएगी।     

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