पलवल, आवाज केसरी । सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में डिवाइन मदर एंड चाइल्ड कार्यक्रम की संयोजक अन्नपूर्णा गुहा एक ओर जहां कोरोना महामारी के दौरान टेलीकम्युनिकेशन के द्वारा गर्भवती महिलाओं की समस्याएं सुनकर उन्हें जागरूक कर रहीं हैं। वही अपने व्यस्ततम जीवन से समय निकालकर कथक नृत्य द्वारा भारतीय संस्कारों को भी आगे बढ़ा रही हैं। लॉकडाउन से पहले जहां स्कूलों में बच्चों के स्वास्थ्य की जांच कर उचित परामर्श व दवाई देती थी। फिलहाल महामारी के दौरान गर्भवती महिलाओं को ऑनलाइन परामर्श व डॉक्टरी की सलाह के साथ आशा वर्करों के माध्यम से उचित दवाई, सूखा दूध पाउडर व फूड सप्लीमेंट पहुंचा रही हैं। मूल रूप से कोलकाता निवासी अन्नपूर्णा को रविंद्र डांस, उदय शंकर स्टाइल फॉक बेहद पसंद है।
वह यूट्यूब चैनल एंड अकैडमी अन्नपूर्णा गुहा के माध्यम से अपनी तालीम को भी आगे बढ़ा रही है और दूसरों को सिखा रही हैं। उन्होंने जाने-माने पद्म विभूषित पंडित बिरजू महाराज व विदुषिनी सरस्वती सेन से तालीम हासिल की है।अन्नपूर्णा का कहना है कि आज औरत केवल घर का ही काम नहीं करती, बल्कि अनेक कार्यक्रमों में भाग लेकर समाज के लिए अपना योगदान दे सकती हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण स्वयं बेखुद हैं। यदि महिला ठान ले तो कुछ भी असंभव नहीं है।