पलवल, (आवाज केसरी) । आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत स्वदेशी को बढ़ावा देने के लिए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा 25 जुलाई से 29 जुलाई तक स्वदेशी राखी प्रतियोगिता आयोजन किया गया। जिसका परिणाम शनिवार को को घोषित किया गया।
जिला संयोजक पुष्पेन्द्र ठाकुर ने बताया कि अब स्वदेशी उत्पादों के निर्माण को लेकर जनमानस को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत स्वदेशी राखी बनाने का प्रकल्प शुरू किया गया है। कार्यक्रम के तहत बालिकाओं को जोड़कर स्वदेशी राखी बनाने का प्रशिक्षण देकर प्रतियोगिता के माध्यम से प्रतिस्पर्धा का भाव जागृत कर स्वदेशी राखी बनवाई गई है।

भाई—बहन के रिश्ते का पावन पर्व रक्षाबंधन पर अनेकों वर्षों से चायनीज राखियों का उपयोग किया जा रहा है। प्लास्टिक आदि से बनी इन राखियों से पर्यावरण को नुकसान पहुंचने के साथ ही देश को आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा था। ऐसे में आत्मनिर्भर भारत बनाने के लिए स्वेदेशी उत्पाद का ही प्रयोग करना चाहिए। जिससे भारत आत्मनिर्भर बने ।
जिला संयोजक पुष्पेन्द्र ठाकुर का कहना है कि हर घर में महिलाओं और बेटियों के माध्यम से स्वदेशी राखी बनें और इस बार रक्षाबंधन पर बहन अपने भाई की कलाई पर स्वयं के हस्त निर्मित राखी ही बांधे चाहे वो कैसी भी हो। इसलिए स्वदेशी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रतियोगिया में निर्णायक मंडल के लिए चुनौतीपूर्ण कार्य था। निर्णय कमेटी सदस्य रोहित वंशवाल, प्रशांत वशिष्ठ, रेशमा राणा, संजू तेवतिया ने प्रतियोगिता की सबसे अच्छी राखियाँ चयनित कर आज परिणाम घोषित किया।
प्रतियोगिया में किसने मारी बाजी
प्रथम
प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आठवीं कक्षा की छात्रा हिमानी सैनी गुलाब सी•सै• स्कूल की छात्रा ने प्राप्त किया ।
द्वितीय स्थान छात्रा काजल तेवतिया और रितिका शर्मा ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए हासिल किया ।
तृतीय स्थान पर नेहा शर्मा और यशिका शर्मा अच्छा प्रदर्शन किया ।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पलवल के जिला संयोजक पुष्पेन्द्र ठाकुर ने बताया कि सभी प्रतिभागियों ने कड़ी मेहनत कर सराहनीय कार्य किया है। भविष्य में भी आप ऐसे ही अपनी कला का प्रदर्शन करते रहे। आप सभी विजेताओं व सभी प्रतिभागियों को रक्षा बंधन की शुभकामनाएँ दी ।