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कृषि कानून हरगिज वापिस नहीं होंगे : समयसिंह भाटी

समय सिंह भाटी पलवल जिला कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति बनाते हुए

 पलवल 17 दिसम्बर

भारतीय जनता पार्टी के जिला कार्यालय पर भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष समय सिंह भाटी ने भाजपा के जिला कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करने के बाद प्रेस वार्ता करते हुए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ धरने पर बैठे लोगों के बारे कहा कि वे लोग किसान नहीं है। धरना देने वालों में कम्युनिस्ट, सिख पंथी तथा दूसरे अन्य सरकार विरोधी लोग शामिल हैं। सरकार उनके दबाव में आकर आकर हरगिज़ कानूनों को वापिस नहीं लेगी।

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पलवल जिला अध्यक्ष चरण सिंह एवं भाजपा किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष


  केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए तीन कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर तथा अन्य कई स्थानों पर बैठे किसानों के आंदोलन से हलकान हुई भाजपा सरकार के मंत्री तथा अगले पार्टी संगठन पदाधिकारी अब जमीन पर दिखाई दे रहे हैं। इसी के चलते भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष समय सिंह भाटी ने पलवल में भारतीय जनता पार्टी के तमाम कार्यकर्ताओं के साथ एक मीटिंग लेकर संकट से उबरने की रणनीति बनाई।  यहां पर हमारे संवाददाता के साथ बातचीत करते हुए समयसिंह भाटी ने धरने पर बैठे लोगों के बारे में कहा कि धरने पर जो लोग बैठे हैं वे किसान नहीं है। धरने पर बैठे हुए लोगों में कम्युनिस्ट सिख पंथी तथा सरकार विरोधी विपक्ष के लोग हैं जो आंदोलन को दूसरी दिशा में ले जाने का काम कर रहे हैं।    उनको स्थानीय किसानों और पाल एवं खातों का समर्थन मिलने के बारे में उन्होंने कहा कि पाल और खापों के लोग धरने पर बैठे किसानों का सम्मान करने की दृष्टि से खानपान की चिंता करने के लिए जा रहे हैं। वरना किसी भी स्थानीय किसान का उन्हें समर्थन नहीं है। वे केवल भाईचारा और आतिथ्य सत्कार की अपनी जिम्मेवारी का निर्वहन रहे हैं।  आंदोलन के जोर पकड़े जाने के दौरान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के 1200000 सदस्यों के निष्क्रिय अथवा प्रभावहीन रहने के बारे में कहा कि हमने पहले दिन से ही किसानों को समझाने का पर्याप्त प्रयास किया है लेकिन कुछ लोग कम्युनिस्ट तथा दूसरे लोगों के बहकावे में आ रहे हैं। यह स्थिति ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है।  जब उनसे पूछा गया कि भारतीय जनता पार्टी मंडीयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को समाप्त नहीं कर पा रही है ऐसे में नए कानूनों को लाने की क्या आवश्यकता थी ?  इस पर उन्होंने कहा कि हमारी प्रदेश सरकार किसानों के बाजरे को, धान को, कपास को, सरसों को, सोयाबीन को एमएसपी पर खरीद रही है जबकि पड़ोसी किसी भी राज्य में राजस्थान सरकार किसानों का कुछ भी नहीं खरीद रही है। प्रदेश के किसानों के लिए यह कोई कम उपलब्धि नहीं है। लेकिन वह मंडियों में व्याप्त भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार समाप्त करने की बात पर कोई जवाब नहीं दे पाए। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार खुद घाटा सहन करके किसानों का अनाज न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद रही है। विवादित बने कृषि कानूनों को वापस लेने के बारे में उन्होंने कहा कि कृषि कानून किसी भी सूरत में वापस नहीं होंगे।

उन्होंने कहा आने वाले समय में भाजपा का प्रत्येक कार्यकर्ता लोगो के बीच मे जाएगा और किसान बिल के खिलाफ जो भी भ्रांतियां है उन्हें दूर कर जनता का समर्थन लेने का काम करेगा। श्री शैलेंद्र पांडेय जी ने मंडलो में होने प्रशिक्षण शिविरों की बारीकिया कार्यकर्ताओं को समझाई।
बैठक में राजेंद्र बैंसला, वीरपाल दीक्षित, कर्मवीर यादव-जिला विस्तारक, किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष सुंदर पोसवाल, कर्नल राजेन्द्र रावत, गीता सौरोत, महेंद्र भड़ाना, जवाहर सौरोत, मीडिया प्रभारी ईश्वर सिंह(नवीन), सुरेंद्र सिंगला, मोनू सरपंच, जगवीर, युवा जिलाध्यक्ष देवांशु गॉड, महिला जिलाध्यक्ष रश्मि सहरावत, यशमा, अजय डागर, राजीव कत्याल, सुनील ठेकेदार, सुरेश आनन्द, विजय सिंगला, दिनेश कौशिक, ताहिर खान, धनसिंह, हरवीर एडवोकेट, योगेश नौहवार, अनुसूचित जाति मोर्चा जिलाध्यक्ष यशपाल भारद्वाज, हेमदत्त पाठक प्रेमराज, गंगलाल गोयल, जगप्रिय, राकेश गर्ग, सुनील भारद्वाज आदि मौजूद रहे।

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