पलवल, ( आवाज केसरी) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पलवल इकाई द्वारा जिला उपायुक्त नरेश नरवाल को छात्र हितों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन हरियाणा सरकार द्वारा 20 जून 2020 को लिया गया । छात्र विरोधी फैसले जिस कारण करोना महामारी के इस परिस्थिति में प्रदेश के छात्रों के समक्ष अनेक प्रकार की समस्या आ खड़ी हुई है।
हरियाणा सरकार के द्वारा लिय गय फैसले के विरोध में जिसमें हरियाणा प्रांत के बाहर के अंतिम वर्ष के छात्रों को पास किया जाएगा परंतु हरियाणा प्रांत के छात्रों को परीक्षा देने आना पड़ेगा यह दोहरा चरित्र क्यों, रिअपीयर वाले छात्रों की री को आगे फॉरवर्ड कर दिया जाएगा जिससे छात्रों का एक साल बर्बाद होगा।
परीक्षा देने आने वाले छात्रों को हॉस्टल हॉस्टल की सुविधा प्रदान नहीं की जाएगी। इस प्रकार के अनेक छात्र विरोधी फैसले के खिलाफ अस्पताल प्रशासन एवं हरियाणा सरकार के नाम दिया गया ज्ञापन। विद्यार्थी परिषद की मांग है कि परीक्षा केंद्र विद्यार्थी केंद्र विद्यार्थी के निकटतम स्थान पर ही बनाए जाए। परीक्षा शुरू होने से 1 माह पूर्व की डेटशीट जारी की जाए। छात्रों का 20 लाख तक का बीमा किया जाए। एबीवीपी हमेशा छात्रहित व समाज हित के लिए लिए लड़ती आयी है और लड़ती रहेगी हरियाणा सरकार द्वारा अंतिम वर्ष के विद्यार्थी परीक्षा लेंने का निर्णय लिया गया जिसमें दोहरा चरित्र सामने आया है ज़िला संयोजक पुष्पेन्द्र ठाकुर ने बताया कि परिषद ने ये माँगे सरकार के समक्ष रखी है।
इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य तरूण दीक्षित और रेशमा राणा, जिला संयोजक SFS मोहित तंवर, भवानी ठाकुर, प्रशांत वशिष्ठ, ज्वाला ठाकुर, रोहित वंशवाल जोगेन्द्र आदि कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ज्ञापन सौंपा ।
उपरोक्त परिस्थितियों को देखते हुए विद्यार्थी परिषद मांग करती है कि :
1. उच्चतर शिक्षा विभाग की नई गाइडलाइन के अनुसार परीक्षाएं पहली जुलाई से शुरू होगी वर्तमान परिस्थितियों में परीक्षाओं के लिए अनुकूल माहौल नहीं है इसीलिए परीक्षाएं प्राप्त समय देकर आयोजित कि जाए एवं परीक्षाओं के विभिन्न विकल्पों पर विचार किया जाए ।
2. परीक्षा केंद्र विद्यार्थियों के निकटतम स्थानों पर बनाए जाएं ।
3. प्रत्येक विश्वविद्यालय दूर के विद्यार्थियों के लिए जो उसके क्षेत्र में नहीं आता वहां जिला केंद्र पर एक परीक्षा केंद्र बनाये जैसे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में यदि महेंद्रगढ़ के छात्र पढ़ रहे हैं तो वहां जिला स्तर पर परीक्षा केंद्र होना चाहिए ।
4. परीक्षाओं की स्थिति में कोविड -19 महामारी के चलते यदि छात्र संक्रमित होता है या कोई अनहोनी होती है तो इस स्थिति के लिए छात्र का कम से कम 20 लाख का बीमा होना चाहिए ।
5. कोरोना महामारी के चलते कुछ छात्र रिअपीयर के फार्म भरने से वंचित रह गए हैं उन्हें फार्म भरने के लिए 1 सप्ताह का समय दिया जाए जिससे उनका 1 वर्ष का नुकसान ना हो ।
6. महामारी के चलते विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा नहीं हो पाया है इसलिए सिलेबस को उसी अनुपात में कम किया जाए ।
7. आगामी सत्र में दाखिला एवं प्रवेश परीक्षा की प्रक्रिया क्या रहेगी इसे तुरंत स्पष्ट किया जाए ।
8. छात्रों की परीक्षा से संबंधित समस्याओं के लिए महाविद्यालय , विश्वविद्यालय कुछ हेल्पलाइन नंबर या व्हाट्सएप नंबर जारी करे जिस से छात्र सीधा अपनी समस्या की जानकारी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय प्रशासन को दें सके ।
9. परीक्षाएं आरंभ होने से 1 माह पूर्व डेटशीट जारी की जाए ।
10. अगला सत्र वार्षिक किया जाए ताकि अगले सत्र की तैयारी के लिए छात्रों को पर्याप्त समय मिल सके । 11. पुरानी रिअपीयर वाले विद्यार्थी जिनके पास पेपर पास करने का वर्तमान सत्र ( 2020 ) में अंतिम अवसर है एवं अन्य सेमेस्टर में रिअपियर वाले विद्यार्थियों को भी नियमित ( Regular ) विद्यार्थी से संबंधित बनाई जाने वाली परीक्षा पद्धति को अपना कर ही उन्हें अवसर मिलना चाहिए जिससे उनका एक वर्ष व्यर्थ ना हो सके