पलवल : सरसों और गेहूं की बिजाई का पीक समय चल रहा है। लेकिन डी.ए.पी.खाद नहीं मिलने के कारण सरसों की बिजाई में हो रही देरी के कारण भारी परेशानी में भटक रहे हैं। किसान आरोप लगा रहे हैं सरकार ने पीछे से खाद तो बहुत भेजा है लेकिन कालाबाजारी करने वाले लोग 1350 रुपये मूल्य के खाद के कट्टे को 1600 रुपये से लेकर 1800 रुपये तक बेच रहे हैं। जिसको लेकर फरीदाबाद जोन कमिश्नर संजय जून का कहना है जिले में डी. ए.पी.खाद का पर्याप्त स्टॉक है खाद की कोई कमी नहीं है।
वहीं कृभको सेंटर इंचार्ज ने बताया अभी तक सरकार की दूसरी एजेंसी इफको के पास खाद आया था। कृभको के पास इस सीजन के एक कट्टा खाद उनके सेंटर पर नहीं आया है। कृभको के पास कोई स्टॉक नहीं है।
आपको बता दें जब-जब रबी की फसल की बिजाई का समय आता है तब तब डीएपी खाद की किल्लत किसानों को झेलनी पड़ती है। धान और ज्वार बाजरे की कटाई के तुरंत बाद किसान अपना खेत तैयार करके सरसों की बिजाई करते हैं और उसके पश्चात गेहूं की बिजाई होती है। किसान वर्षों से बिजाई के समय डीएपी खाद डालते हैं ताकि उनकी फसल अच्छी हो। लेकिन पिछले कई वर्षों से कालाबाजारी करने वाले लोग डीएपी खाद को लेकर बड़ा खेल कर जाते हैं और किसानों के मार्केट में पहुंचने से पहले ही सारे स्टॉक को अपने कब्जे में करके जरूरत पड़ने पर किसानों को महंगे दामों पर डी.ए.पी. खाद बेचने लगते हैं। ऐसा ही नजारा इस समय पलवल में देखने को मिल रहा है। किसान एक गांव से दूसरे गांव और एक शहर से दूसरे शहर खाद के लिए भटक रहे हैं लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रहा है। कुछ किस सरकार पर अवस्था का आरोप लगा रहे हैं तो कुछ किसानों का कहना है कि सरकार पर्याप्त मात्रा में खाद भेजती है लेकिन गद्दारी करने वाले लोगों की वजह से किसानों को और सरकार को भुगतना पड़ता है उन्होंने मांग की है कि सरकार ऐसे गद्दारों को जरूर सजा दे।
