पलवल 21 जनवरी(गुरुदत्त गर्ग)। पलवल के गांव मिंडकौला में केएमपी, दिल्ली-मुंबई-वडोदरा, डीएनडी एक्सप्रेस पर इंटरचेंज की मांग को लेकर धरने पर आज सैकड़ों गावों के किसानों, पाल -पंचों व खापों के प्रधानों द्वारा चेतावनी महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में हजारों की संख्या में किसानों ने हिस्सा लिया और सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि या तो केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर किसानों के प्रतिनिधिमंडल को कोई ठोस आश्वासन दें नहीं को धरने पर बैठे किसान एक्सप्रेस वे के निर्माण कार्य को रोकेंगे व किसान भूख हड़ताल पर बैठेंगे और किसानों का यह विरोध प्रदर्शन आने वाले समय में किसी भी हद तक जा सकता है जिसके लिये सरकार और जिला प्रशासन स्वयं जिम्मेदार होगा।
मिंडकौला में केएमपी, दिल्ली-मुंबई-वडोदरा, डीएनडी एक्सप्रेस पर इंटरचेंज की मांग को लेकर किसानों का धरना प्रदर्शन आज 21 वे दिन भी जारी रहा पूरे दिन धरने पर चेतावनी महापंचायत चली जिसमें हरियाणा, राजस्थान, यूपी सहित कई राज्यों के किसान नेताओं पाल पंचों व खापों के प्रधानों ने हिस्सा लिया । महापंचायत 52 पालों के प्रधान अरुण जेलदार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, हथीन से भाजपा विधायक प्रवीण डागर, किसान नेता रवि आजाद सहित सैकड़ों नेताओं ने अपने भाषणों में किसानों की मांगों को जायज ठहराते हुए किसानों की लड़ाई में तन -मन- धन से साथ देने का दम भरा। पंचायत में अहम् फैसला लिया गया रविवार को विधायक प्रवीण डागर को साथ लेकर संघर्ष समिति के सदस्य केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से मिलेंगे। जिसमें उससे कट को लेकर हां या ना में जवाब लिया जाएगा। इसके अलावा सोमवार को केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत से समिति के लोग मिलेंगे, उससे भी हां या ना में जवाब लिया जाएगा। अगर उनकी मांग पर हां नहीं हुई तो आगामी बुधवार से मुंबई-वडोदरा एक्सप्रेस वे पर चल रहे कार्य को बंद करा दिया जाएगा। तथा 11-11 किसानों का जत्था भूख हड़ताल पर बैठेगा। 31 जनवरी तक मांगें नहीं मानी गई तो संघर्ष समिति इससे भी कठोर फैसला ले सकती है आपको बता दें की पलवल के गांव मंडकौला में 21 दिन से किसान अपनी मांगों को लेकर दिन-रात धरने पर बैठे हैं एक किसान की तो सर्दी की वजह से धरने पर ही मौत भी हो चुकी है।एक्सप्रेस वे पर इंटरचेंज के साथ-साथ किसानों कि ये भी मांग है कि उन्हें पोर्टल के द्वारा भूमि अधिग्रहण में जो मुआवजा दिया जा रहा हैं वो काफी कम है इस पोर्टल सिस्टम को बंद कर सरकार नई नई पॉलिसी के तहत करोड़ों रुपये का मुआवजा दे ताकि किसानों की बेशकीमती जमीन को कौडियों के भाव न खरीदा जा सके। महाचंयत में किसान नेताओं और विपक्ष के नेताओं ने हुंकार भरते हुए कहा कि या तो सरकार और केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गूर्जर रविवार को इंटरचेंज और भूमि अधिग्रहण की मांगों को लेकर अपनी स्थिती स्पष्ट करें नहीं तो सोमवार से किसान आंदोलन और जोर पकडेगा आने वाले दिनों में एक्सप्रेस वे का निर्माणाधीन कार्य को भी किसानों द्वारा रोका जायेगा। अपनी मांगों को लेकर किसान किसी भी हद तक प्रदर्शन करने को तैयार हैं।
किसानों की चेतावणी महापंचायत में हथीन विधानसभा से भाजपा विधायक प्रणी डागर भी आज पहली बार पहुंचे उन्होने प्रदेश सरकार का बचाव करते हुए कहा कि सरकार पूरी तरह से किसानों के साथ हैं इस मामले को लेकर उनकी केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गूर्जर, एनएचएआई के अधिकारियों और सीएम से भी बात हो चुकी है और उन्हे पूरा आश्वासन मिला है कि किसानों के साथ कुछ भी गलत नहीं होने दिया जायेगा। सरकार जल्द ही यहां के किसानों एक्सप्रेस वे पर इंटरचेंज बनाकर देगी लेनिक इसमें कोई टैक्निकल इश्यू नहीं होना चाहिये उनकी पूरी कोशिश होगी की जल्द से जल्द किसानों की समस्या का समाधान हो । वहीं पंचायत में ई पोर्टल द्वारा भूमि अधिग्रण वाले मुद्दे पर किसान विधायक प्रवीण डागर के आश्वासन पर असहमत नजर आये.