पलवल, 19 जनवरी (गुरूदत्त गर्ग)। महाराणा प्रताप सिंह का 425 वा निर्वाण दिवस कोरोंना प्रोटोकॉल के नियमों का पालन करते हुए सादगी से मनाया गया l राष्ट्ररत्न महाराणा प्रताप स्मृति पर पुष्पांजलि अर्पित की l इस अवसर पर हवन भी किया गया। श्रद्धांजलि सभा की अध्यक्षता महाराणा प्रताप भवन के संस्थापक अध्यक्ष व भाजपा हरियाणा के कार्यकारिणी सदस्य ड़ॉ हरेन्द्र पाल राणा ने की l
राणा ने श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप ने कभी हार स्वीकार नहीं की। किसी भी परिस्थिति में सिद्धांतों से समझौता नहीं किया। अपने फायदे के लिए नहीं बल्कि समाज के हर तबके के हित और अधिकार के लिए जीवन में संघर्ष किया। सभी जाति और धर्म को साथ लेकर उन्होंने चला। हम सभी को उनके व्यक्तित्व से प्रेरणा लेकर समाज में शांति, भाईचारा और प्रेम का वातावरण बनाना चाहिए।
ड़ॉ राणा कहा कि महाराणा प्रताप भील समुदाय के साथ पंगत में भोजन करते थे। सेना में उन्होंने दलित भांगर बिरादरी को शामिल किया था। अकीम खान सुरा को उन्होंने अपनी सेना की कमान सौंपी थी। भामाशाह का भी इन्हें भरपूर सहयोग मिला था। दलित, अल्पसंख्यक, महिलाओं के प्रति उनका सम्मान का भाव था। देवेर के युद्घ में अमर सिंह ने अब्दुल रहीम खान के परिवार को बंदी बना लिया था, जिसे महाराणा प्रताप ने रिहा कराया था। उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप की स्मृति में ऐसे आयोजन से उनके कार्यों और उनके व्यक्तित्व को याद कर नई पीढ़ी उनसे प्रेरणा लेती रहेगी। वर्ष 1857 के विद्रोह में बाबू कुंवर सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका थी। हमलोग उनके मिल्लत के भावों और उनके कामों को याद करते रहे हैं। इतिहास के महत्वपूर्ण लोगों और विभूतियों को याद करते हैं ताकि नई पीढ़ी उनसे प्रेरित होती रहे।
इस अवसर पर हरियाणा व्यापार मंडल के प्रांतीय सचिव, नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष नेत्रपाल तंवर, आर्य समाज़ नेता विजय आर्य, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष सतबीर पटेल, पार्षद धर्मवीर राणा, सहकारी बैंक के निदेशक दिनेश भाटी, अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष हरिचंद भाटी, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महामंत्री राजिंदर राणा, धर्मवीर सरपंच, चंद्रपाल सरपंच, सीता राम सेवा ट्रस्ट के गिरिराज सिंह, भगवान सिंह सैनी, भाजपा नेत्री आशा भारद्वाज, क्रांति शर्मा, कमल सिंह रायपुर, अनिल पातली, माधव सिंह आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे l