पलवल, (आवाज केसरी) । पलवल हुडा सेक्टर दो स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल में कोरोना कोविड 19 पॉजिटिव मरीज की मौत हो गई, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया। 32 वर्षीय मृतक बल्लभगढ़ का रहने वाला था जिसे उपचार के लिए पलवल के निजी हॉस्पिटल गैलेक्सी में उपचार के लिए लाया गया था। जिसकी बीती रात उपचार के दौरान यहां पर मौत हो गई।
पलवल हुडा सेक्टर दो स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल में कोरोना पॉजिटिव मरीज की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग तब हरकत में आयोजक कोरोना के कारण हुई मौत के बाद मृतक के शव को जिला अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था। कोरोना पॉजिटिव की मौत की खबर सुनने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए जिसके बाद तो शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाने में ही कई घंटे बिता दिए। सूत्रों के अनुसार पलवल जिला अस्पताल में कोरोना पॉजिटिव की लाश को देर रात करीब 11:00 बजे ले आया गया था लेकिन मोर्चरी में शव को सुबह करीब 4:00 बजे रखवाया गया।

पलवल जिला अस्पताल के एसएमओ डॉक्टर लोकवीर ने बताया कि मृतक बल्लभगढ़ का रहने वाला था जिसकी उम्र मात्र 32 वर्ष थी जिसे पलवल हुडा सेक्टर दो स्थित गैलेक्सी हॉस्पिटल में कोविड-19 संबंधी बीमारी के उपचार के लिए ही भर्ती कराया गया था। लेकिन ईलाज के दौरान आईसीयू की तथा वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ने पर वहां से रेफर किए जाने के कुछ ही समय बाद मरीज की मौत हो गई। सूचना मिलने पर शव को जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया जिसके बाद जिला प्रशासन के अधिकारीयों से संपर्क करने के बाद शव का पलवल में ही दाह संस्कार कराया जा रहा है। एसएमओ डॉ लोकवीर सिंह ने निजी हॉस्पिटल कोविड-19 मंजूरी के बारे में उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल मैं कोविड-19 का उपचार करने की मंजूरी होगी तभी उन्होंने कोविड-19 मरीज को उपचार के लिए भर्ती कराया लेकिन हॉस्पिटल में आई सी यू की व्यवस्था नहीं होने के कारण मरीज की हालत बिगड़ने पर रेफर किया गया था।

वहीं सिविल हॉस्पिटल में कोविड-19 मरीज की लाश को लाने वाले प्राइवेट एंबुलेंस चालक रॉकेश ने मृतक के परिजनों और गैलेक्सी हॉस्पिटल संचालकों पर आरोप लगाते हुए कहा कि मरीज को रेफर किए जाने के बाद उन्होंने यह नहीं बताया था कि मरीज कोविड 19 पॉजिटिव है। उसे तो इस बात का आभास तब हुआ जब मरीज की मौत हो चुकी थी। राकेश का कहना है कि उसे धोखे में रखकर उसकी एंबुलेंस को बुलाया गया था।