पलवल,(आवाज केसरी) । सिविल सर्जन डा. ब्रह्मïदीप ने कहा कि कोरोना वायरस बीमारी में युवा वयस्कों को आमतौर पर हल्के लक्षण दिखाई देते हैं। एक नए शोध के अनुसार 35 से कम उम्र के मरीजों में मोटापा, ऊंचरक्तचाप या मधुमेह होने पर जोखिम अधिक बढ़ जाता है, इसलिए इन बीमारियों के मरीजों को अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि देश व दुनिया में कोरोना के कारण जो मृत्यु हुई हैं, उनमें अधिकतर लोग विभिन्न बीमारियों या एक साथ अधिक बीमारियों से पीडि़त व्यक्ति थे और उनमें भी मोटापा व डायबिटीज वाले अधिक व्यक्ति थे। भारत देश में रिकवरी के मामले में अभी काफी बेहतर स्थिति है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी के अनुसार भारत में कोविड-19 से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में अभूतपूर्व उछाल आया है, जोकि हमारे लिए बहुत बड़ी राहत की बात है। डा. ब्रह्मदीप ने बताया कि पलवल जिला में रिकवरी रेट 89.7 प्रतिशत है और कोविड-19 आत्मक दर 4.3 प्रतिशत है। इसी प्रकार मृत्यु दर 0.6 प्रतिशत है। उन्होंने सभी युवा वर्ग के लिए संदेश दिया कि कोई भी अपने आप को स्ट्रेस में ना डाले तथा खान-पान व दिनचर्या का खास ख्याल रखे। अपनी दिनचर्या में योग, ध्यान व प्राणायाम को शामिल करें व स्वस्थ रहे।
मोटापा व डायबिटीज वाले कोरोना मरीज रखें अधिक सावधानी : डा. ब्रह्मदीप
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