छात्रों को व्यवहारिक प्रशिक्षण के बाद दिया जाएगा रोजगार
पलवल, आवाज केसरी। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पलवल का जर्मन कंपनी से भी दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली का समझौता हो गया है। दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली में थ्योरी संस्थान में और प्रैक्टिकल उद्योग में दिया जाता है। आईटीआई के प्रधानाचार्य भगत सिंह ने बताया कि माइक्रो प्रेसिशन लिमिटेड विका ग्रुप का जर्मन प्लांट है, जिससे आईटीआई का समझौता हुआ है। उन्होंने बताया कि मैसर्ज पूजा फोर्ज प्राइवेट लिमिटेड से भी एक एमओयू हुआ है। जिसमें अब संस्थान में आठ व्यवसाय का दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली यानी डीएसटी का एमओयू हो चुका है। संस्थान स्तर पर अन्य उद्योगों से भी डीएसटी एमओयू के लिए संपर्क किया जा रहा है। बड़े बड़े उद्योगों ने इसकी सहमति भी जाहिर की है। संस्थान में अधिक से अधिक व्यवसायों को डीएसपी के माध्यम से जोड़ा जाएगा। नई तकनीक के हिसाब से छात्रों को उद्योगों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण के दौरान व्यवसाय का अनुदेशक भी उस दौरान छात्रों के साथ उद्योगों में ही रहेगा। ताकि छात्र प्रैक्टिकल में नवीनतम मशीनरी का प्रयोग कर सकें और ट्रेनिंग के दौरान ही उद्योगों के अनुशासन को समझ सके। जिससे उनको रोजगार देने में आसानी होगी। प्रधानाचार्य भगत सिंह ने बताया कि जिन उद्योगों के साथ डीएसटी एमओयू पहले हुए थे, उनमें शिवानी लॉक प्राइवेट लिमिटेड, जेसी ऑटो प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। इन दोनों उद्योगों में भी जो छात्र पास होंगे, उन्हें अपने ही उद्योग में रोजगार देने की सहमति दी है। अन्य उद्योगों में जो समझौता हुआ है, उनमें भी छात्रों को रोजगार दिलाने की पूरी कोशिश की जाएगी।