पलवल,(आवाज केसरी) । पलवल जिला अस्पताल के कोविड-19 के आइसोलेशन वार्ड में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब मालूम हुआ कि 13 में से 2 कोरोना वायरस से संक्रमित आइसोलेशन वार्ड से लापता हो गए।
आपको बता दें कि इससे पहले भी दो से तीन बार कोरोना संक्रमित आईसोलेशन वार्ड से भाग चुके है।
मिली जानकारी के अनुसार रात्रि में जब कोरोना संक्रमित मरीजों को भोजन दिया गया था तब तक गिनती पूरी थी लेकिन उसके बाद सुबह जब नाश्ते के समय मरीजों गिनती की गई तो दो मरीज गायब मिले। काफी देर की भागदौड़ के बाद जब मरीजों की कोई जानकारी नहीं मिली तो आइसोलेशन वार्ड के इंचार्ज डॉ राजकुमार ने दोनों संक्रमित मरीजों के गायब होने की सूचना अपने विभाग के उच्च अधिकारियों को दी।
गौरतलब है कि आइसोलेशन वार्ड में मरीजों की सुरक्षा की जिम्मेवारी पुलिस विभाग की है जिसके लिए यहां पर एक दर्जन पुलिसकर्मी व अधिकारी लगाए हुए हैं। लेकिन रात्रि में पुलिसकर्मियों के इधर उधर जाकर सो जाने के बाद आईशोलेशन वार्ड की सुरक्षा राम भरोसे ही रह जाती है। इसी मौके का फायदा उठाकर कोरोना के संक्रमित दो लोग आइसोलेशन वार्ड से निकलकर अपने घर चले गए थे। जिसकी उन्होंने ना तो किसी अधिकारी से आज्ञा ली थी और ना ही उन्होंने वहां से जाते समय किसी को सूचित किया था।
मालूम हुआ है कि आईशोलेशन वार्ड से लापता हो जाने वाले दोनों संक्रमित पिता-पुत्र थे। और बीती शाम को ही उनकी कोविड 19 रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी।
जिनकी पहचान होने के बाद उन्हें आइसोलेशन वार्ड में में दोबारा से बुलवा लिया गया। अस्पताल में आने के बाद संक्रमित मरीज ने बताया कि उसकी पत्नी पलवल जिले में आशा वर्कर का काम करती है और जिसके कारण उन्हें उम्मीद थी कि उन्हें संक्रमण की पुष्टि होने के बाद घर पर ही होम क्वॉरेंटाइन होने की इजाजत मिल जाएगी जिसके कारण भी रात्रि में ही वहां से अपने घर चले गए थे। लेकिन सुबह जब उन्हें बुलावा पहुंचा तो वह लोग हॉस्पिटल में आकर अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है । जिला अस्पताल के कोविड इंचार्ज डॉ सुरेश ने बताया कि दो मरीजों के कोविड वार्ड से चले जाने की सूचना मिली थी। जिन्हें बुलाये जाने पर वह दोनों सुबह ही आ गए थे। उनका इस तरह जाना ठीक नहीं था। आगे से इसका ध्यान रखा जाएगा।