चंड़ीगढ़, (आवाज केसरी) । केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी आज हरियाणा को बहुत बड़ा तोहफा देंगे। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये नितिन गडकरी 8 नेशनल हाइवे समेत 11 सडक़ विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करते हुए हरियाणा को समर्पित करेंगे। 16 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा की लागत से बनने वाले इन नेशनल और स्टे हाइवे व बाईपास से प्रदेश में आधारभूत ढांचे की तस्वीर बदलेगी और हरियाणा तेज रफ्तार व सुरक्षित सडक़ों पर फर्राटा भरने के लिए तैयार होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सडक़ तंत्र के मजबूत होने से उद्योगों के विकास को नई दिशा मिलेगी व उद्यमी प्रदेश में और अधिक निवेश के लिए आगे आएंगे।

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी करीब 16 हजार करोड़ रूपये से ज्यादा की सडक़ परियोजनाओं का राज्य को तोहफा देंगे। इन विकास परियोजनाओं में रोहतक से जींद होते हुए पंजाब बॉर्डर तक जाने वाला हाइवे, कुरुक्षेत्र जिले के इस्माइलाबाद से नारनौल को जोडऩे वाला ग्रीनफील्ड हाइवे, नारनौल व रेवाड़ी के बाईपास, दादरी-महेंद्रगढ़-नारनौल फोरलेन सडक़ मार्ग समेत कई परियोजनाएं शामिल हैं। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दिनों ही दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये केंद्र से आग्रह करते हुए यह मांग की थी कि प्रदेश में सडक़ों से संबंधित प्रोजेक्ट को तेजी के साथ पूरा किया जाए।
उन्होंने कहा कि इस्माइलाबाद-नारनौल ग्रीनफील्ड हाइवे से राज्य के 5 लोकसभा क्षेत्र (कुरुक्षेत्र, करनाल, सोनीपत, रोहतक व भिवानी-महेंद्रगढ़) जुड़ेंगे, जिससे आपसी कनेक्टिविटी बढऩे के साथ-साथ उद्योगों के कार्यों को भी गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि ये सडक़ विकास परियोजना दिल्ली-मुंबई और कोलकता-अमृतसर औद्योगिक कॉरिडोर का हिस्सा है और इनके शुरू होने से निवेश के लिए ज्यादा से ज्यादा उद्यमी हरियाणा की तरफ आएंगे।
कहां – कहां परियोजनाओं का होगा लाभ ?
- 8650 करोड़ रुपये की 227 किलोमीटर वाला इस्माईलाबाद-नारनौल नेशनल हाइवे सबसे अहम है जो दिसंबर 2022 तक पूरा होगा।
- 1380 करोड़ रुपये की लागत से नारनौल का 6-लेन बाइपास और अटेली मंडी से नारनौल का 4-लेन मार्ग भी बनेगा जिसकी लम्बाई 41 किलोमीटर होगी।
- रेवाड़ी से अटेली मंडी के बीच 43 किलोमीटर की सडक़ भी 4-लेन बनेगी जिसपर 1057 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
गुडग़ांव-पटौदी-रेवाड़ी मार्ग भी 4 और 6-लेन बनेगा जिसपर 1524 करोड़ रुपये खर्च आएगा। - 958 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले रेवाड़ी बाइपास की भी आधारशिला रखेंगे जिसकी लम्बाई 14 किलोमीटर होगी।
- सोनीपत से गोहाना और गोहाना से जींद तक की सडक़ की 4-लेनिंग का काम भी शुरू होगा जिस पर कुल 2709 करोड़ रुपये खर्च आएगा। इस मार्ग की कुल लम्बाई 80 किलोमीटर होगी।
- उत्तरप्रदेश-हरियाणा सीमा से रोहना तक के 40 किलोमीटर के मार्ग को भी 4-लेन किया जाएगा जिस पर 1509 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
- रोहना-हसनगढ़ से झज्जर तक की 35 किलोमीटर की सडक़ भी 4-लेन बनेगी और इस पर 1183 करोड़ रुपये खर्चा आएगा।
- जींद से नरवाना होते हुए पंजाब सीमा तक जाने वाली सडक़ की 4-लेनिंग का प्रोजेक्ट भी शामिल है जिस पर 857 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं और यह पिछले महीने की पूरा हुआ है।
- जींद से करनाल तक की 85 किलोमीटर सडक़ को 200 करोड़ रुपये खर्च कर दोबारा बनाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इन नेशनल हाइवे, स्टेट हाइवे और बाइपास के कार्य शुरू होने और पूरा होने से हरियाणा में तेज रफ्तार आधुनिक सडक़ों का नया जाल बिछेगा और यहां विकास कार्यों में तेज़ी आएगी। इसी तरह नारनौल में इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक हब बनाने की दिशा में राज्य सरकार तेजी के साथ कार्य कर रही है और इसको लेकर पिछले दिनों सरकार ने समीक्षा भी की। इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक हब के लिए रेलवे ने अपना शेयर भी रिलीज कर दिया है। हरियाणा रेलमार्ग, सडक़ मार्ग और हवाई मार्ग के इंटीग्रेटिड नेटवर्क को मजबूत कर रहा है जो आने वाली पीढ़ी के लिए यहां रोजगार, तरक्की और बेहतर जीवनशैली का आधार तैयार करेगा।