जिला के कुल 8030 सैंपल्स में से भले ही 7563 लोगों की की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी है | लेकिन कोरोना के कहर और डर से सभी कम्पायमान हैं | क्योंकि यहाँ पर शनिवार की शाम तक कोविड 19 के शिकार हुए लोगों की संख्या बढ़कर 255 हो चुकी है | जिले के दो लोगों की संक्रमन के कारण मौत भी हो चुकी है | स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशाशन एक सुर में इस बिमारी को हराने के लिए सारे गणित बिठाकर जी जान से लगे हुए हैं | लेकिन फिर भी जिले में कोरोना वायरस अपना प्रभाव दिखाता जा रहा है | स्वास्थ्य विभाग के रिकोर्ड के अनुसार शुक्रवार तक जिला में 248 में से 142 लोग ठीक होकर जा चुके थे लेकिन शनिवार को नौ नये कोविड 19 पोजिटिव केसों ने आंकड़े को और उंचा उठा दिया है | कोरोना संक्रमितों में जिला अस्पताल में आइसोलेशन वार्ड तथा जच्चा –बच्चा वार्ड में काम करने वाले तीन स्वास्थ्य कर्मी भी संक्रमित हुए हैं | इनमें एक डेंटल सर्जन ,एक महिला लेब टेक्निशियन तथा महिला सफाई कर्मी शामिल हैं | इनके संक्रमण के शिकार होने की पुष्टि होने के बाद कुछ समय के लिए लैब , जच्चा-बच्चा वार्ड तथा डेंटल ओपीडी को भी बंद क्र दिया गया था | बाद में इन स्थानों को सेनिटाइज करके आम जन के लिए पुनः प्रारम्भ क्र दिया गया था | गौरतलब है की इन स्वास्थ्य कर्मियों में बदकिस्मती से एक वह महिला लेब टेक्निशियन भी शामिल जिसने त्रिपुरा निवासी कोविड 19 संक्रमित प्रशांता का कोविड टेस्ट के लिए सैम्पल लिया था | दूसरी वह महिला सफाई कर्मी है जिसने कोविड पोजिटिव महिला की डिलीवरी कराने में अपना महत्वपूर्ण सहयोग दिया था | तीसरे संक्रमित पाए गये डेंटल सर्जन की ड्यूटी आइसोलेशन वार्ड में रही बताई गई है |

देखा जाए तो पलवल जिले को अभी तक बहुत अच्छा और सुरक्षित जिला महसूस करने वाले लोगों की सोच एक बार फिर बदलती जा रही है | जिसका कारण स्वास्थ्य विभाग की दोगली नीति भी को भी माना जा रहा है | जिसके कर्मचारियों के द्वारा संदिग्ध अथवा पोजिटिव मरीज का वजन देखकर ही ट्रीट किया जा रहा है | कुछ में लक्षण होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग अज्ञात कारणों से इग्नौर कर रहा है तो वहीं कुछ लोगों को बिना किसी लक्षण के भी आइसोलेशन वार्ड में रखा जा रहा है, जहां पर वे खुद को कैदी से ज्यादा बंधनों में पाते है | और यही कारण है की लोग अज्ञातवास / क्वारैंटाईन होम में कष्ट पाने की बजाय खुद को छुपा रहे हैं | लोगों में चर्चा है की स्वास्थ्य विभाग के द्वारा आइसोलेशन वार्ड तथा क्वारैंटाईन होम में किसी भी मरीज को कोई दवाई नहीं दी जाती है |

आइसोलेशन वार्डों में को केवल सिमित स्थान में बाँध कर रखा जाता है | जहां पर एकांतवास जैसी कोई सुविधा भी नहीं है | कई-कई लोगों के लिए सामूहिक स्नानागार और सौचालय होने के कारण वायरस छूटने की बजाय पकड़ने की सम्भावनाएं बनी रहती हैं | सौचाल्यों में साबुन आदि की ठीक व्यवस्था नहीं रहती है | प्रभावशाली अथवा परिचितों को साबुन तथा हेंड सेनिटाईजर दे दिए जाते है और जिनका कोई परिचित नहीं होता है उन्हें ये अति -आवश्यक चीजे भी नही मिलती हैं |

इस सबके उलट सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप का कहना है जिला में सर्विलांस पर 8186 लोग आ चुके है, जिनमें से 5419 लोगों की 28 दिन की सर्विलांस अवधि पूर्ण हो चुकी है और कुल 2767 लोग अभी सर्विलांस पर हैं। जिला में 219 सैंपल की रिपोर्ट का इंतजार है। जिला के 8030 सैंपल्स में से 7563 की रिपोर्ट नेगेटिव है।
सिविल सर्जन ने का दावा किया है की अभी भी हमारे पास लगातार दूसरे प्रदेशों से काफी लोग आ रहे है। लगातार उनकी स्क्रीनिंग जारी है और हमारे नागरिक अस्पताल में दुकानदरों व गर्भवती महिलाओं व आपातकालीन में आने वाली सभी मरीजों की जांच की जा रही है। जिला के 9080 लोगों की साइक्लॉजिकल काउंसलिंग की जा चुकी है।सिविल सर्जन लोगों से अपील है कि जिले के नागरिक अपने आस-पास संदिग्ध मरीज को देखें अथवा जानकारी प्राप्त तो वे तुरंत हेल्पलाइन नंबर- 108, 7027840481, 01275-240022 पर जानकारी दे। लेकिन इन नम्बरों का संचालन करने वालों से वार रूम में जाकर मदद जब मांगी जाती है तो वहां पर 1073 पर सम्पर्क करने की सलाह दी जाती है | वार रूम में बैठे लोगों का कहना है हम दो काम एक साथ नहीं कर सकते हैं | हमारा काम केवल स्वास्थ्य सेवा देना है हम पुलिस का काम हम नहीं कर सकते है |
तमाम सुविधा और असुविधाओं के बीचसिविल सर्जन अपना काम बहुत अच्छे से निभाने का प्रयास कर रहे हैं उनका कहना है कोई भी नागरिक कही पर भी भीड़ देखे तो जिम्मेदार नागरिक होने के नाते एक दूसरे को सोशल डिस्टेंसिंग के प्रति जागरूक करें। उन्होंने लोगो से अपील की है कि कोरोना के खिलाफ जंग में स्वास्थ्य विभाग व जिला प्रशासन का साथ देंगे तो हम जल्द ही इस जंग को जीत पाएंगे। उन्होंने लोगों से कहा है कि जब तक जरुरी न हो तब तक घर से न निकले और सामाजिक दूरी बनाए रखें तथा मास्क पहनकर ही घर से निकले।
उन्होंने सभी दुकानदारो व नागरिकों से अपील भी की है कि सभी घर से मास्क पहनकर निकले और बार-बार अपने हाथों को 20 सेकंड तक साबुन से धोए व सैनिटाइज करें|