पलवल,(आवाज केसरी) । स्थानीय रेस्ट हाउस में 52 पालों के खाप प्रतिनिधियों ने पलवल जिले के भाजपा विधायकों के साथ बैठक कर नौकरी से निकाले गए पीटीआई अध्यापकों के मुद्दे पर मुख्यमंत्री से बात कर उनका हल निकालने का आग्रह किया गया । 52 पाल के पंच अरुण जेलदार की अध्यक्षता में हुई पंचायत में बर्खास्त किए गए पीटीआई अध्यापकों को फिर से नौकरी पर वापिस लेने की बात कही। विधायकों ने खाप प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया की वे इस मुद्दे पर फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के सभी विधायकों को लेकर मुख्यमंत्री से मिलेंगे और पीटीआई टीचरों को नौकरी पर रखने की मांग को मुख्यमंत्री के सामने मजबूती से रखेंगे। इस बैठक के दौरान पीटीआई अध्यापक भी मौजूद रहे।
गौरतलब : न्यायालय द्वारा नौकरी से बर्खास्त किये गए 1983 पीटीआई अध्यापकों को निकालने के मामले में खाप प्रतिनिधियों ने बताया की उन्होंने पलवल से विधायक दीपक मंगला और हथीन के विधायक प्रवीण डागर के साथ बैठक कर दोनों विधायकों को बताया है की अगर सरकार चाहे तो इन 1983 पीटीआई अध्यापकों की नौकरी को अध्यादेश के जरिये बचाया जा सकता है। खाप नेता रतन सिंह सौरोत ने बताया की उन्होंने विधायकों को बताया है की सरकार अध्यादेश लाये और उसे विधानसभा पटल पर रखकर पास कराये जिससे इन अध्यापकों की नौकरी को बचाया जा सके।

यही मुद्दा आज विधायकों के सामने 52 पाल के प्रधान अरुण जेलदार की अध्यक्ष्ता में रखा गया है। हम सभी पाल प्रतिनिधियों ने फैसला लिया है की हमारे लोकसभा क्षेत्र के सभी विधायक इन अध्यापकों की नौकरी को बचाने के लिए अगुवाई करेंगे और प्रदेश के सभी विधायकों को एकतित्र कर मुख्यमंत्री के सामने मांग रखेंगे की अध्यादेश लाया जाये और इन अध्यापकों को नौकरी पर रखा जाये।
वहीं बैठक की अध्यक्ष्ता कर रहे 52 पाल के प्रधान अरुण जेलदार ने कहा की एडवोकेट् जरनल के साथ भी हमारी बात हुई थी उसमे यही निकलकर आया था की विधानसभा में विधेयक लाकर इनकी नौकरी को बचाया जा सकता है। इससे पहले ओडिशा में भी ऐसा हो चुका है और आज यही मांग पलवल जिले के विधायकों के सामने रखी गयी है ।