पलवल, 12 जनवरी (गुरूदत्त गर्ग)। पलवल के गांव बढराम में 3 किसानों की लगभग 10 एकड़ में खड़ी गन्ने की खड़ी खेती बिजली की चिन्गारी से लगी आग से जलने से बर्बाद हो गई। खेतों के ऊपर से जा रही 11 हजार केवी की तार टूट कर गिरने से ईंख खड़ी फसल में आग लग गई। धीरे – धीरे एक -दूसरे से तीसरे खेतों में आग फैलती चली गई और लगभग 8 से 10 एकड़ की ईंख जलकर बर्बाद हो गई। आगजनी की बड़ी घटना में जिन किसानों की पकी-पकाई ईंख की फसल आग की भेंट चढ़ गई। उन किसानों के घरों में मातम छा गया। पीड़ित किसानों ने पुलिस को बिजली विभाग की लापरवाही बताते हुए शिकायत दी।
मिली जानकारी के अनुसार बढराम निवासी सुरेश ने पांच एकड़ जमीन में ईंख की बुवाई की। ईंख इस समय पककर तैयार थी ऐसे मे खेत के ऊपर से जा रही है। बिजली की तार सुरेश तथा जोगिंदर और मेहर चंद के लिए बर्बादी का कारण बन गई। दोपहर करीब दो बजे ग्यारह हजार केवी लाईन का एक तार टूटकर गिर गया जिससे नीचे ईंख के खेत में आग लग गई। ग्रामीण दूसरे अन्य खेतों मैं आप को फैलने से रोकने के लिए ट्रैक्टर से खड़े खेतों में हैरों चला कर आग को आगे बढ़ने से रोकने के काम किया। साथ ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी को बुलाकर आग बुझाने का काम किया गया।ग्रामीणों ने बताया कि खेतों के ऊपर से जा रही ग्याहर हजार केवी एलटी लाईन के ढीले पड़े जम्फरों की बिजली विभाग कर्मियों को कई बार शिकायत दी थी। उन्होंने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। ढीले जंपरों से स्पार्किंग होने से धीरे-धीरे बिजली की तार जलकर गल गई और टूट कर गिर गई। जिसके कारण नीचे खेत में आग लग गई। किसानों का कहना कि यदि बिजली विभाग के कर्मचारियों ने समय रहते जम्फरों को ठीक किया होता और उसके के तारों को चेक किया हो तो कोई हादसा नहीं होता।
अलावलपुर चौकी इंचार्ज सब इंस्पेक्टर रामकिशन ने गुरूवार को बताया कि किसानों ने उन्हें सूचना दी थी जिस पर वह मौके पर जाकर देखने पर एक के कई खेतों में आगजनी से काफी नुकसान हुआ है। किसानों ने बिजली विभाग के खिलाफ शिकायत दे दी है।