पलवल। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कारना के सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन विद्यालय की प्रवक्ता डॉ अंजना जैन ने किया तथा अध्यक्षता विद्यालय के प्रधानाचार्य लच्छीराम रावत ने की। कार्यक्रम में समस्त स्टाफ ने एक साथ दीप प्रज्वलन किया। कार्यक्रम की शुरुआत विद्यालय के लिपिक व कवि चन्द्रप्रताप सैनी ने माँ शारदा की वंदना से की। तत्पश्चात उन्होंने अपने गीत के माध्यम से हिंदी भाषा को अधिकाधिक सम्मान देने तथा अपनाने का आह्वान कुछ यूं किया- हिंदी में सामर्थ्य बहुत है, हिंदी सब पोषण करती है। वैभवशाली भाषा है यह, हिंदी आह्वान करती है। हिंदी मत ना भुलाओ भैया, हिंदी ना ठुकराओ भैया। हिंदी को अपनाओ भैया, हिंदी गले लगाओ भैया। इसके पश्चात विद्यालय के हिंदी प्रवक्ता योगेंद्र प्रशाद ने हिंदी भाषा का हमारे दैनिक जीवन में महत्त्व विषय पर प्रकाश डाला। संस्कृत अध्यापिका संगीता सिंह ने उपस्थित स्टाफ व बच्चों को सम्बोधित करते हुए बताया कि संस्कृत ही हिंदी की जननी है।हिंदी भाषा का साहित्य बहुत गौरवशाली है। तुलसी, कबीर, मीरा, निराला, दिनकर जैसे कवियों व अनेक साहित्यकारों ने हिंदी को समृद्धशाली बनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रधानाचार्य लच्छीराम रावत ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्र भाषा है तथा इसके मान सम्मान की रक्षा करना हम सबका दायित्व बनता है। केवल हिंदी दिवस के दिन मातृभाषा को याद कर लेना ही पर्याप्त नहीं, अपितु प्रत्येक दिन हमें अपना कार्य हिंदी में करना चाहिए। इस अवसर पर विद्यालय में पढ़ रहे बच्चों ने देशभक्ति से भरे हिंदी गीतों पर अंताक्षरी प्रतियोगिता की। प्रधानाचार्य व अध्यापकों ने निजी कोष से बच्चों को पारितोषिक दिया। जिनमें प्रमुख रूप से रितिका, राखी, शोभा, मीनू, हिमांशी, ज्योति, पीयूष, कीर्ति, अंजलि, मोनिया, कंचन को सम्मानित किया गया।कार्यक्रम में प्रवक्ता तथा अध्यापकगण अनुराधा, राजीव कुमार बत्रा, विपिन कुमारी, नवीन कुमार, नरेश कुमार, ऋचा सभरवाल, योगेंद्र सिंह,चन्दगीराम, आशा रानी, शुभम गुप्ता तथा तिलक आदि उपस्थित हुए।
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