Home क्राइम युवक की हत्या पर नेशनल हाइवे रहा तीन घंटे जाम

युवक की हत्या पर नेशनल हाइवे रहा तीन घंटे जाम

जाम में फंसे हजारों वाहन

पलवल (आवाज केसरी) | शनिवार की देर रात एल&टी में सुपरवाइजर का काम करने वाले पृथला गाँव निवासी दो युवकों को बदमाशों ने गोलियां मारकर घायल कर दिया जिससे 27 वर्षीय अरुण नाम के  युवक की मौके पर ही मौत हो गई| जबकि उसका साथी मोहन एक निजी अस्पताल में अभी मौत से जूझ रहा है | एल&टी के गोदाम से चोरी से जुड़े मामले में हुई जघन्य हत्या से गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे को जाम कर  दिया | करीब तीन घंटे रहे जाम के दौरान लोगों को हुई परेशानी पर पुलिस मूक दर्शक बनी रही |

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हाइवे जाम करते ग्रामीण

 आपको बता दें पलवल के गद्पुरी  थाना क्षेत्र के गाँव पृथला निवासी अरुण की गोली मारकर हत्या और मोहन नाम के  युवक को घायल करने के मामले में ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे जाम कर एल. & टी. प्रबंधन को मृतक युवक की विधवा एवं बच्चे के लिए पच्चीस लाख रूपये नकद, एक सदस्य को नौकरी, मृतक के बच्चे की शिक्षा का खर्चा देने को मजबूर कर दिया | ग्रामीणों की जिद के सामने  पुलिस बल तथा स्थानीय प्रशाशन की एक नहीं चली जिसके कारण हाइवे पर दोनों ओर वाहनों की कई-कई किलोमीटर लम्बी कतारें लगी गई |  भर गर्मीं में हजारों लोग जाम में फंसे रहे | ग्रामीणों की जिद के आगे एल&टी के अधिकारियों को घायल युवक मोहन का पूरा ईलाज कराने तथा पूरी तरह ठीक होने तक पूरी तनख्वाह देने की शर्त मानने के लिए मजबूर होना पडा |  

मृतक अरुण के मामा भगत सिंह तथा पूरनसिंह आदि ने बताया की मृतक अरुण एल&टी में गार्ड सुपरवाइजर के रूप में नौकरी करता था | बीती  रात वह एल&टी द्वारा निर्माणाधीन रेलवे ट्रेक के कार्य में लगे गार्डों के निरिक्षण के लिए गया हुआ था | देर रात वः छपरौला गाँव के पास गोदाम पर जब पहुंचा तो वहा पर छपरौला गावं निवासी सुंदर तथा मंटोली के साथ चार अन्य ह्युव्क बैठे शराब पी रहे थे | अरुण के साथं उसका चचेरा भाई मोहन भी साथ था | इन दोनों ने  वहां पर मौजूद लोगों शराबपीते हुए देखा तो उन्हें फटकार दिया | और फिर वहां पर फिर कभी शराब नही पीने की चेतावनी दे दी | जिस पर मंटोली  , सुंदर राहुल आदि ने अरुण पर शराब की बोतल से वार कर घायल कर दिया | और फिर दोनों को गोलियां मार दी | अरुण को तीन गोली लगी थी जिससे अरुण की मौके पर ही मौत हो गई | मोहन के पैरों में गोली लगने से गम्भीर रूप से घायल हो गया | हमलावर जब मौके से फरार हो गये तब मोहन ने अपने परिजनों को घटना की जानकारी दे मौके पर बुलाया जो इन दोनों को इलाज के लिए फरीदाबाद के एक निजी अस्तपाल में ले गये जहां अरुण को मृत घोषित क्र दिया गया | और मोहन को भर्ती कर लिया गया |

    गोली कांड की सूचना पर पुलिस अस्पताल पहुंची और शव को कब्जे में लेकर बादशाह खान अस्पताल में विच्छेदन कराया |  लेकिन ग्रामीणों में हत्या कांड से रोष तो था ही उससे बड़ा ज्यादा रोष कंस्ट्रक्शन कम्पनी एल&टी के मैनेजमेंट से था जो इतना बड़ा हत्याकाण्ड होने के बाद भी समय पर  मौके पर नहीं पहुंचे थे  | लेकिन बाद में कम्पनी के अधिकारियों ने ग्रामीणों की शर्तों को मानकर ग्रामीणों के गुस्से को शांत कर  दिया | वहीं पुलिस ने भी हत्याकांड में शामिल तीन नामजद तथा एनी के खिलाग हत्या का मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश एवं मामले की जाँच शुरू कर दी है |

डीएसपी सुरेश कुमार शर्मा

  गौरतलब है की मूल रूप से चांदहट गाँव निवासी मृतक अरुण पृथला गाँव में अपने मामा उमेद सिंह के घर पर बचपन से रहता था |जो पिछले करीब दो वर्षों से रेलवे ट्रेक का निर्माण कर रही बड़ी कंस्ट्रक्शन कम्पनी में गार्डों के उपर सुपरवाइजर का काम कर रहा था |

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