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मीडिया वेल बिंग एसोसिएशन कोर कमेटी ने सलाहकार बोर्ड के पुनः गठन का लिया बड़ा फैसला

संयोजक पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी अति वरिष्ठतम पत्रकार सोहन पाल रावत को

प्रमोद कौशिक,कैलाश गोयल,नवीन मल्होत्रा, सलाहकार बोर्ड के सदस्य बने

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चंडीगढ़ (गुरुदत्त गर्ग) । मीडिया वेल बीइंग एसोसिएशन कोर कमेटी की अति महत्वपूर्ण बैठक में संस्था के सलाहकार बोर्ड का पुनः गठन का बड़ा फैसला लिया गया। बोर्ड के संरक्षण की जिम्मेदारी बेहद वरिष्ठ और अनुभवी पत्रकार सोहन पाल रावत को सौंपी गई। दरअसल संस्था के कार्यशेली पत्रकारों के प्रति पूर्णतः समर्पित और उनके हितों के पक्ष में रही है, जिसके लिए कई बड़े फैसले संस्था ने अपने स्तर पर भी लिए हैं और सरकार से भी पत्रकारों को उनके अधिकार दिलवाने में संस्था एक बडी सहयोगी के रूप में नजर आती रही है। आगामी समय में ओर किन-किन विषयों को लेकर सरकार से मांग की जा सकती हैं तथा संस्था अपने स्तर पर किस प्रकार के लाभकारी कार्य और फैसले पत्रकारों के हितों में ले सकती है, इसके लिए सलाहकार बोर्ड अपना परामर्श संस्था को देगा। इससे पहले भी बोर्ड में बेहद वरिष्ठ सदस्य मौजूद रहे हैं, लेकिन कुछ साथियों को अन्य महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां दिए जाने के बाद तथा कुछ अन्य साथियों की इस बोर्ड में उपस्थिति को संस्था अवश्य मान रही थी, जिसे लेकर यह एक बड़ा फैसला कोर कमेटी ने लिया है।

प्रदेश के चुनिंदा अनुभवी पत्रकारों को बनाया गया बोर्ड का सदस्य

मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन के सलाहकार बोर्ड में प्रदेश के विभिन्न जिलों से अतिवरिष्टम पत्रकारों को सदस्य के रूप में लिया गया है। इसमें बेहद अनुभवी पत्रकार तथा राजनीतिक रूप से बेहद सूझबूझ रखने वाले चंडीगढ़ से कृष्ण भारद्वाज, पानीपत से अमरीश, हिसार से देवेंद्र उप्पल, कैथल से नवीन मल्होत्रा, पानीपत से सतीश भारद्वाज, यमुनानगर से अश्वनी दत्ता, सोनीपत से जगदीश त्यागी, कुरुक्षेत्र से प्रमोद कौशिक, लाडवा से कैलाश, करनाल से आरआर शैली तथा नीलोखेड़ी से शिवनाथ कपूर को इसमें सदस्य बनाया गया है। यह बोर्ड समय-समय पर अपने विचार संस्था के सामने रखना रहेगा। पत्रकारों को किस प्रकार से आर्थिक- सामाजिक और कानूनी संरक्षण प्राप्त करवाया जाए, इसके लिए आपसी विचार विमर्श कर संस्था तथा पत्रकारों के उत्थान को लेकर अपने विचार संस्था के सामने रखेगा।

बोर्ड के नवनियुक्त संरक्षक रावत ने संस्था अध्यक्ष और महासचिव का जताया आभार

बता दें कि संयोजक के रूप में नियुक्त किए गए सोहन पाल रावत लंबे समय से पत्रकारिता फील्ड में है तथा इन्होंने कभी पत्रकारिता में किसी भी प्रकार के समझौते को तवज्जो नहीं दी। अपनी नुकीली कलम से उत्तम कार्यशेली इनकी जग जाहिर है। समय-समय पर अतीत में वह तत्कालीन सरकारों की कमियों और कारगुजारियों को भी वह उजागर करते रहे हैं। समाज को सुगन्धित करने वाले सोहन पाल रावत का अधिकतर समय कुरुक्षेत्र की पत्रकारिता को समर्पित है। फिलहाल वह नवभारत टाइम्स में उत्तर भारत के इंचार्ज पद पर हैं। उन्होंने इस बेहद महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने पर संस्था के अध्यक्ष चंद्रशेखर धरणी तथा महासचिव सुरेंद्र मेहता का धन्यवाद करते हुए वायदा किया कि जिस उम्मीद और विश्वास के साथ उन्हें इस बड़ी जिम्मेदारी के साथ नवाजा गया है वह इसे बखूबी – बेहतरीन और आत्मविश्वास के साथ निभाएंगे।

सलाहकार बोर्ड के परामर्श पर अब तक पत्रकारों के हितों में कई शानदार पहल कर चुकी है एमडब्ल्यूबी

बता दें कि हाल ही में हरियाणा सरकार द्वारा पत्रकारों के हितों में लिए गए प्रमुख फैसलों में मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन का मुख्य रोल रहा है। समय-समय पर मीडिया से जुड़े सरकारी प्रतिनिधियों -मंत्रियों तथा स्वयं मुख्यमंत्री से मिलकर भी पत्रकारों के हितों में संस्था द्वारा मौखिक मांग की जाती रही है तथा ज्ञापन भी सौंपे जाते रहे हैं। संस्था अपने विभिन्न कार्यक्रमों में आने वाले मुख्य अतिथियों से भी सार्वजनिक मंच पर पत्रकारों के कल्याण को लेकर डिमांड करती रही है। हाल ही में पत्रकारों के लिए पेंशन बढ़ोतरी के सरकार के फैसले में मीडिया वेलबिंग एसोसिएशन की भूमिका बेहद मुख्य रही है। संस्था अपने स्तर पर जहां किसी मुसीबत -परेशानी या स्वास्थ्य संबंधित परेशानी के मामलों में पत्रकारों की मदद करती रही है, वहीं सरकारी स्तर पर भी पत्रकारों को संस्था द्वारा दिलवाए जाने वाली आर्थिक मदद बेहद सराहनीय कार्य रहा है। मीडिया वेल बिंग एसोसिएशन देश की एकमात्र पत्रकारों से जुड़ी ऐसी संस्था है जो अपने सभी सदस्य साथियों के निशुल्क एक्सीडेंटल मृत्यु बीमा 10-10 लाख रुपए के करवाती है जो कि एक बार केवल नहीं बल्कि हर बार उन्हें जारी भी रखती है। इस संस्था ने सम्मानित पत्रकारों को चार अवार्ड दिए जाने की बेहतरीन परंपरा की भी पहल की है। जो कि लाला जगत नारायण अवार्ड -पत्रकारिता रत्न अवार्ड- पत्रकारिता अलंकार अवार्ड तथा दिवंगत रमेश चंद्र स्मृति अवार्ड हैं। जिनके साथ संस्था अपने निजी कोष से कुछ नगद राशि भी सहयोग के रूप में संस्था देती है। इस प्रकार के हौसला वर्धन कार्य संस्था सलाहकार बोर्ड के परामर्श पर करती रही है, इसी कारण ही आज संस्था उत्तर भारत के पत्रकारों के हितों में कार्य करने वाली सबसे बेहतरीन संस्था साबित हुई है।

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