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पुण्य लाभ के लिए देखें आज का हिन्दू पंचांग ।

पंडित अर्जुन आचार्य
आज का हिन्दू पंचांग
दिनांक 23 जुलाई 2020
दिन – गुरुवार
विक्रम संवत – 2077 (गुजरात – 2076)
शक संवत – 1942
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – वर्षा
मास – श्रावण
पक्ष – शुक्ल
तिथि – तृतीया शाम 05:03 तक तत्पश्चात चतुर्थी
नक्षत्र – मघा शाम 05:44 तक तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनी
योग – व्यतिपात दोपहर 12:03 तक तत्पश्चात वरीयान्
राहुकाल – दोपहर 02:12 से शाम 03:51 तक
सूर्योदय – 06:10
सूर्यास्त – 19:20
दिशाशूल – दक्षिण दिशा में
*व्रत पर्व विवरण –
*विशेष – तृतीया को परवल खाना शत्रुओं की वृद्धि करने वाला है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*
हिन्दू पंचांग ~ गौ माता कि सेवा परिक्रमा करने से सभी तीर्थो के पुण्यों का लाभ मिलता है ।
जिस व्यक्ति के भाग्य की रेखा सोई हुई हो तो वो व्यक्ति अपनी हथेली में गुड़ को रखकर गौ माता को जीभ से चटाये गौ माता की जीभ हथेली पर रखे गुड़ को चाटने से व्यक्ति की सोई हुई भाग्य रेखा खुल जाती है ।

पुण्यदायी तिथियाँ
11 अगस्त : जन्माष्टमी (स्मार्त)
12 अगस्त : जन्माष्टमी (भागवत) (20 करोड़ एकादशी व्रतों के समान अकेला जन्माष्टमी का व्रत है – भगवान श्रीकृष्ण । जन्माष्टमी के दिन पूरी रात जागरण करके ध्यान, जप आदि करना महापुण्यदायी है ।), बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से दोपहर 11:17 तक)
15 अगस्त : अजा एकादशी (समस्त पापनाशक व्रत, माहात्म्य पढ़ने-सुनने से अश्वमेध यज्ञ का फल)
16 अगस्त : विष्णुपदी संक्रांति (पुण्यकाल दोपहर 12:43 से सूर्यास्त तक)(ध्यान, जप, व पुण्यकर्म का लाख गुना फल)
22 अगस्त : गणेश चतुर्थी (चन्द्र-दर्शन निषिद्व चन्द्रस्त – रात्रि 09:49) (ॐ गं गणपतये नम: । का जप करने और गुड़मिश्रित जल से गणेशजी को स्नान कराने एवं दूर्वा व सिंदूर की आहुति देने से विध्न-निवारण होता है तथा मेधाशक्ति बढ़ती है ।)
26 अगस्त :बुधवारी अष्टमी (सूर्योदय से सुबह 10:40 तक)
29 अगस्त : पद्मा एकादशी (व्रत करने व माहात्म्य पढ़ने-सुनने से सब पापों से मुक्ति)
01 सितम्बर : महालय श्राद्धारम्भ (श्राद्ध पक्ष 01 सितम्बर से 17 सितम्बर तक)
*लोक कल्याण सेतु जुलाई 2020 से
*~ हिन्दू पंचांग ~*

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नागपंचमी
गंताक से आगे…. श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को नागपंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस बार ये पर्व 25 जुलाई, शनिवार को है। इस दिन नागों की पूजा करने का विधान है। हिंदू धर्म में नागों को भी देवता माना गया है। महाभारत आदि ग्रंथों में नागों की उत्पत्ति के बारे में बताया गया है। इनमें शेषनाग, वासुकि, तक्षक आदि प्रमुख हैं। नागपंचमी के अवसर पर हम आपको ग्रंथों में वर्णित प्रमुख नागों के बारे में बता रहे हैं-
तक्षक नाग
धर्म ग्रंथों के अनुसार, तक्षक पातालवासी आठ नागों में से एक है। तक्षक के संदर्भ में महाभारत में वर्णन मिलता है। उसके अनुसार, श्रृंगी ऋषि के शाप के कारण तक्षक ने राजा परीक्षित को डसा था, जिससे उनकी मृत्यु हो गयी थी। तक्षक से बदला लेने के उद्देश्य से राजा परीक्षित के पुत्र जनमेजय ने सर्प यज्ञ किया था। इस यज्ञ में अनेक सर्प आ-आकर गिरने लगे। यह देखकर तक्षक देवराज इंद्र की शरण में गया।
जैसे ही ऋत्विजों (यज्ञ करने वाले ब्राह्मण) ने तक्षक का नाम लेकर यज्ञ में आहुति डाली, तक्षक देवलोक से यज्ञ कुंड में गिरने लगा। तभी आस्तिक ऋषि ने अपने मंत्रों से उन्हें आकाश में ही स्थिर कर दिया। उसी समय आस्तिक मुनि के कहने पर जनमेजय ने सर्प यज्ञ रोक दिया और तक्षक के प्राण बच गए।
कर्कोटक नाग
कर्कोटक शिव के एक गण हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार, सर्पों की मां कद्रू ने जब नागों को सर्प यज्ञ में भस्म होने का श्राप दिया तब भयभीत होकर कंबल नाग ब्रह्माजी के लोक में, शंखचूड़ मणिपुर राज्य में, कालिया नाग यमुना में, धृतराष्ट्र नाग प्रयाग में, एलापत्र ब्रह्मलोक में और अन्य कुरुक्षेत्र में तप करने चले गए।
ब्रह्माजी के कहने पर कर्कोटक नाग ने महाकाल वन में महामाया के सामने स्थित शिव लिंग की स्तुति की। शिव ने प्रसन्न होकर कहा- जो नाग धर्म का आचरण करते हैं, उनका विनाश नहीं होगा। इसके बाद कर्कोटक नाग उसी शिवलिंग में प्रवेश कर गया। तब से उस लिंग को कर्कोटेश्वर कहते हैं। मान्यता है कि जो लोग पंचमी, चतुर्दशी और रविवार के दिन कर्कोटेश्वर शिवलिंग की पूजा करते हैं उन्हें सर्प पीड़ा नहीं होती।
कालिया नाग
श्रीमद्भागवत के अनुसार, कालिया नाग यमुना नदी में अपनी पत्नियों के साथ निवास करता था। उसके जहर से यमुना नदी का पानी भी जहरीला हो गया था। श्रीकृष्ण ने जब यह देखा तो वे लीलावश यमुना नदी में कूद गए। यहां कालिया नाग व भगवान श्रीकृष्ण के बीच भयंकर युद्ध हुआ। अंत में श्रीकृष्ण ने कालिया नाग को पराजित कर दिया। तब कालिया नाग की पत्नियों ने श्रीकृष्ण से कालिया नाग को छोडऩे के लिए प्रार्थना की। तब श्रीकृष्ण ने उनसे कहा कि तुम सब यमुना नदी को छोड़कर कहीं और निवास करो। श्रीकृष्ण के कहने पर कालिया नाग परिवार सहित यमुना नदी छोड़कर कहीं और चला गया।
इनके अलावा कंबल, शंखपाल, पद्म व महापद्म आदि नाग भी धर्म ग्रंथों में पूज्यनीय बताए गए हैं।

हिन्दू पंचांग
पंचक
8 जुलाई
दोपहर 12.31 से 13 जुलाई प्रातः 11.15 बजे तक
4 अगस्त
रात्रि 8.47 से 9 अगस्त सायं 7.05 बजे तक

एकादशी
बुधवार, 01 जुलाई देवशयनी एकादशी
गुरुवार, 16 जुलाई कामिका एकादशी
गुरुवार, 30 जुलाई श्रावण पुत्रदा एकादशी

प्रदोष
गुरुवार, 02 जुलै प्रदोष व्रत (शुक्ल)
शनिवार, 18 जुलै शनि प्रदोष व्रत (कृष्ण)

अमावस्या
20 जुलाई 2020 – सोमवार – श्रावण अमावस्या (हरियाली, सोमवती अमावस्या)

पूर्णिमा
आषाढ़ पूर्णिमा तिथि- 5 जुलाई- दिन रविवार

मेष –
आज का दिन आपके लिए मिलाजुला रह सकता है। कुछ मामले में आपके लिए सफलता तो कुछ में असफलता रह सकता है। कोई अपना ही आपको बातों में उलझाकर आपका फायदा उठा सकता है। अपना काम ईमानदारी से करते रहें, आपको किसी की बात से विचलित होने की आवश्यकता नहीं है। परिस्थिति का समय के साथ हल मिल जाएगा, जितना उसके लिए परेशान होंगे उतना ही अपने लिए बाधाएं उत्पन्न करेंगे।

वृष –
आज का दिन अच्छा रहेगा, अगर कोई निर्णय लेना है तो आज ले सकते हैं। निजी जीवन और कार्य क्षेत्र में उन्नति के अवसर मिलेंगे। नौकरी की तलाश कर रहे हैं तो आज सफलता मिलने के संकेत हैं, लेकिन स्थिरता आने में थोड़ा समय और लगेगा। यदि कोई प्रोजेक्ट आरम्भ कर रहे हैं तो संसाधन की कोई कमी नहीं होगी। एक समय में एक ही काम करें पूरे फोकस के साथ, जल्द ही सफलता मिलेगी। धन लाभ के योग हैं।

मिथुन
आज का समय आपके लिए खुद पर इंवेस्ट करने का है। अपनी कुछ बातों पर आपको सुधार करने की आवश्यकता महसूस हो सकती है। आपके व्यवहार में परिवर्तन आ सकता है। इससे आपको कुछ समय बाद लाभ ही होगा। इसलिए, परिवर्तन को सकारात्मक नजरिए से ही देखें। आपको अपनी योग्यता पर भरोसा रखते हुए, बेहतर काम करने के लिए खुद को प्रेरित करें। आप अपने आप में इतना ना खो जाएं कि दूसरों के अधिकारों और मामलों का ध्यान ना रखें। सभी को महत्व दें।

कर्क –
आज का दिन आपके लिए कुछ विशेष फैसले लेने का रह सकता है। ये आपके लिए दुविधापूर्ण भी रह सकता है लेकिन आपको धैर्य से काम करना होगा। यह ध्यान रखें की आपका निर्णय और आपकी सोच नज़दीकी फायदे की बजाय लम्बे समय तक के फायदे की होनी चाहिए। अपने आप में स्थिरता बनाए रखने की आवश्यकता है और अपने भावों को नियंत्रण में रखने का भी प्रयास करें।

सिंह
आज का दिन उन लोगों के लिए अच्छा हो सकता है, जो अपने लिए किसी पार्टनर की तलाश में हैं। कुछ लोगों के साथ आपकी नोंकझोंक हो सकती है। किसी की बातों को दिल पर न लें। आज कार्यों में विलम्ब हो सकता है, कुछ बाधा उत्पन्न हो सकती है, तनाव न लें, अपने प्रयास निरंतर करते रहें। निजी जीवन में किसी ऐसे व्यक्ति से मुलाकात होगी जो की भविष्य में आपके विचारों पर सकारत्मक प्रभाव डालेगा। सकारात्मक दृष्टिकोण बनाएं रखें।

कन्या –
आज का दिन दिलचस्प रहेगा। किसी नए व्यक्ति से मुलाकात होगी जिससे भविष्य में अच्छे सम्बन्ध स्थापित होंगे। परिस्थिति जल्द ही अनुकूल हो जाएगी, बीती बातों को लेकर अत्यधिक परेशान न हों। जीवन में जो गतिहीनता आ गई थी वह जल्द ही दूर होगी। आपको अच्छे अवसर मिल रहे हैं, उनका पूरा लाभ उठाएं। आज स्थान परिवर्तन का कोई अवसर मिल सकता है। रिश्तों में थोडा संयम बनाए रखें।

तुला –
आज का दिन आपके लिए उन फैसलों या बातों का सामना करने का है, जो आप कुछ समय से टालने की कोशिश कर रहे थे, या उनसे बच रहे थे। आपको आज वास्तविक परिस्थितियों के बारे में विचार करना ही होगा। चीजों को टालना आपको भारी पड़ सकता है। किसी भी परिस्थिति में अपने बारे में अवश्य सोचें और निर्णय लेते समय गिल्टी न महसूस करें। कभी कभी एक अच्छे भविष्य के लिए निर्भयता से कदम उठाने चाहिए।

वृश्चिक –
आज आप किसी मामले में को लेकर अलग-अलग विचारों में उलझे रह सकते हैं। किसी निर्णय को लेकर परेशान न हों, उसके बारे में पूरी जानकारी मिलने तक का इंतज़ार करें। अपने मन की आवाज़ अवश्य सुनें। आज अपने मूड स्विंग पर नियंत्रण रखें। आज भावनाओं की अधिकता रहेगी जिस कारण आज लिया हुआ निर्णय गलत भी हो सकता है। अपने गुस्से को शांत रखने का प्रयास करें। अपने आत्मविश्वास में आज कमी न होने दें।

धनु –
आज का दिन आपके लिए फिजूल की बहस से बचने और पुरानी बातों को भूलने का है। समय विपरीत हो सकता है। परिस्थिति आपके अनुसार नहीं होगी परन्तु इतनी बुरी भी नहीं की आपको कोई परेशानी हो। व्यर्थ चिंताओं में आज का दिन खराब न करें। अपनी ऊर्जा और आइडियाज को उचित दिशा में लगाएं। पुरानी बातों को सोचने से कोई लाभ नहीं। वर्तमान स्थिति को स्वीकार करें क्योंकि वर्तमान में ही भविष्य का निर्माण होता है।

मकर –
आज आप फिजूल परेशानियों में उलझे रह सकते हैं। इस कारण आपके मन में तनाव बढ़ेगा और सेहत पर भी नकारात्मक असर होगा। आपके जीवन में बहुत से निहित वरदान हैं, उन्हें पहचानने के प्रयास करें, केवल परेशानियों पर फोकस न करें। धन लाभ के कई अवसर मिलेंगे। व्यर्थ की परेशानियों में अपना दिन न खराब करें। आज परिवार में संपत्ति को लेकर कुछ विवाद हो सकते हैं, इनसे प्रभावित न हों और अपना संयम बनाकर रखें।

कुम्भ –
आज आप अपने विचारों को व्यक्त करने में थोड़ी परेशानी का सामना कर सकते हैं। इस कारण आपको कुछ घुटन सी भी रहेगी। आज कोई महत्वपूर्ण निर्णय न लें, उचित समय का इंतज़ार करें। दूसरों के विचारों और बातों से इतना प्रभावित न हों की आपकी सेहत पर असर हो। कुछ समय से चली आ रही परेशानी जिसके कारण मानसिक तनाव बढ़ रहा है, उसका हल जल्द ही मिल जाएगा। थोड़ा समय मेडिटेशन के लिए जरूर निकालें।

मीन –
आज का दिन आपके लिए पुराने झगड़ों और गलतफहमियों से मुक्ति मिलने का है। आप अपना पूरा ध्यान काम पर लगाएंगे और बाकी अन्य गैर-जरूरी चीजों से आपका फोकस हट सकता है। अपने व्यापार या व्यवसाय के विस्तार को लेकर किसी योजना पर आप गंभीरता से विचार कर सकते हैं। मन से किसी भी प्रकार के भय को मिटा दें। आप जैसा चाहते हैं आपके जीवन में वैसे बदलाव जल्द ही आयेंगे

आप बेहद भाग्यशाली हैं कि आपका जन्म 23 को हुआ है। 23 का अंक आपस में मिलकर 5 होता है। 23 का अंक देखने पर ॐ का आभास देता है। जो कि भारतीय परंपरा में शुभ प्रतीक है। जबकि 5 का अंक बुध ग्रह का प्रतिनिधि करता है। ऐसे व्यक्ति अधिकांशत: मितभाषी होते हैं। कवि, कलाकार, तथा अनेक विद्याओं के जानकार होते हैं। आपमें गजब की आकर्षण शक्ति होती है।

आपमें लोगों को सहज अपना बना लेने का विशेष गुण होता है। अनजान व्यक्ति की मदद के लिए भी आप सदैव तैयार रहते हैं। आपमें किसी भी प्रकार का परिवर्तन करना मुश्किल है। अर्थात अगर आप अच्छे स्वभाव के व्यक्ति हैं तो आपको कोई भी बुरी संगत बिगाड़ नहीं सकती। अगर आप खराब आचरण के हैं तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको सुधार नहीं सकती। लेकिन सामान्यत: 23 तारीख को पैदा हुए व्यक्ति सौम्य स्वभाव के ही होते हैं।

शुभ दिनांक : 1, 5, 7, 14, 23

शुभ अंक : 1, 2, 3, 5, 9, 32, 41, 50

शुभ वर्ष : 2030, 2032, 2034, 2050, 2059, 2052

ईष्टदेव : देवी महालक्ष्मी, गणेशजी, मां अम्बे।

शुभ रंग : हरा, गुलाबी जामुनी, क्रीम

कैसा रहेगा यह वर्ष
वर्ष आपके लिए सफलताओं भरा रहेगा। अभी तक आ रही परेशानियां भी इस वर्ष दूर होती नजर आएंगी। परिवारिक प्रसन्नता रहेगी। संतान पक्ष से खुशखबर आ सकती है।

नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह वर्ष निश्चय ही सफलताओं भरा रहेगा। दाम्पत्य जीवन में मधुर वातावरण रहेगा। अविवाहित भी विवाह में बंधने को तैयार रहें। व्यापार-व्यवसाय में प्रगति से प्रसन्नता रहेगी।

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