पलवल। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मंडकोला (पलवल) में शिक्षा विभाग के आदेश अनुसार आजादी के 75 वर्ष पूरे होने की खुशी में आजादी का अमृत महोत्सव पूरी लगन, जोश और उत्साह से मनाया जा रहा है। यह उत्सव 12 मार्च से 20 मार्च तक मनाया जाना था। विभाग के आदेश अनुसार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मंडकोला में प्रत्येक गतिविधि निर्धारित तिथि को की गई। 12 मार्च को रचनात्मक निबंध लेखन का आयोजन हुआ। जिसमें कक्षा 6 से 12 के विद्यार्थियों ने मेरी मिट्टी से भी खुशबू ए वतन आएगी और आजादी हक भी अपना, अपनी जिम्मेवारी भी विषयों पर निबंध लिखकर भाग लिया। उनकी प्रतियाँ ऑनलाइन विभाग को भेज दी गई हैं। 16 मार्च को प्रधानाचार्य जितेंद्र यादव, प्रवक्ता विजयवीर, राजबाला और कविता ने कक्षा 9 से 12 के छात्राओं के साथ एक कॉन्फ्रेंस की। जिसमें आजादी क्या है, इसे हम किस तरह बरकरार रख सकते हैं और आजाद भारत में हम किस प्रकार उपयोगी नागरिक साबित हो सकते हैं, इन विषयों पर बातचीत की। 17 मार्च को डेक्लेमेशन अर्थात संभाषण गतिविधि का आयोजन किया गया। जिसमें कक्षा 6 से 12 के विद्यार्थियों ने भाग लिया। जिसमें मुख्य रुप से विद्यार्थियों ने इन विषयों पर भाषण दिया- देश हुआ आजाद अब स्वतंत्र सोच की बारी है, है सरल आजाद होना पर कठिन आजाद रहना। 18 मार्च को डिबेट गतिविधि का आयोजन हुआ, जिसमें दो टीमों ने भाग लिया। डिबेट में टीमों के विषय रहे- लोकतंत्र शासन की सबसे अच्छी प्रणाली है और पिछले 75 वर्षों में सामाजिक परिवर्तन। इन दोनों टीमों ने प्रवक्ता कपिल और सत्यदेव के मार्गदर्शन में कार्य किया। 19 मार्च को वार्तालाप गतिविधि का आयोजन हुआ। जिसमें दो टीमों ने प्रधानाचार्य जितेंद्र यादव और संस्कृत प्रवक्ता राजबाला के साथ भाग लिया। वार्तालाप में दो उपविषयों पर चर्चा हुई कि सामाजिक परिवर्तन के लिए केवल कानून ही काफी नहीं हैं, बल्कि लोगों की सोच को बदलना भी बेहद जरूरी है और आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ता हुआ भारत। इसमें बच्चों ने बहुत ही रुचि व सृजनात्मकता से अपनी बातचीत रखी। प्रधानाचार्य जितेंद्र यादव ने एक कविता सौगंध मुझे इस मिट्टी की मैं देश नहीं मिटने दूंगा, के माध्यम से विद्यार्थियों विद्यालय और शिक्षा विभाग के प्रति अपने कर्तव्य निष्ठा जाहिर की। 20 मार्च को वेबिनार अर्थात ऑनलाइन सेमिनार का आयोजन मनोज वोकेशनल टीचर के माध्यम से कराया गया। इसमें प्रधानाचार्य और संस्कृत प्रवक्ता राजबाला ने नवीं और ग्यारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के साथ भाग लिया। इस प्रकार निबंध लेखन, कॉन्फ्रेंस, संभाषण, डिबेट, वार्तालाप और वेबिनार में कक्षा 6 से 12 के अनेक विद्यार्थियों ने अपनी अभिव्यक्ति और प्रस्तुति दी। इसके माध्यम से बच्चों के अंतर में आत्मविश्वास की भावना जागी और साथ ही देश की आजादी में हमारे शहीदों की क्या भूमिका थी। यह हमें कितने बलिदानों के बाद मिली है। इसको हमें कैसे बरकरार रखना है। किस प्रकार देश का उपयोगी नागरिक बनने का प्रयास करना है- यह सबकुछ बच्चों को सीखने को मिला। बच्चों के साथ-साथ अध्यापकों ने भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन इन सभी गतिविधियों में किया। जिसके लिए प्रधानाचार्य ने समस्त विद्यालय टीम को, विशेष रुप से प्रवक्ता सत्यदेव, कपिल, राजबाला व मनोज को विशेष रूप से आभार व्यक्त किया।
धूमधाम से मनाया जा गया अमृत महोत्सव
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