पलवल। गोस्वामी गणेशदत्त सनातन धर्म महाविद्यालय में प्राचार्य डॉ० जीके सपरा की शुभकामनाओं एवं डॉ पीके वर्मा प्रभारी आईक़्युएसी के दिशा निर्देश से रसायन शास्त्र संघ द्वारा विश्व जल दिवस वैलुइंग वाटर अभियान का आयोजन किया गया। रसायन शास्त्र संघ की प्रभारी डॉ अंजू ने बताया कि पृथ्वी के 71 फीसद भाग पर महासागर पाए जाते हैं। जिनमें नमकीन जल मिलता है, परंतु यह पीने के योग्य नहीं होता है। पृथ्वी पर मौजूद कुल जल में से 3.0 फीसद जल ही पीने योग्य है।इसलिए जल संरक्षण की महत्वता को विद्यार्थियों तक पहुंचाने के लिए इस अभियान का आयोजन किया गया है। यह अभियान 22 मार्च से लेकर 24 मार्च तक चलाया जाएगा। जिसके अंतर्गत प्रतिदिन लगभग 100 शिक्षण संकाय, गैर शिक्षण संकाय एवं विद्यार्थियों द्वारा जल संरक्षण के लिए गूगल फॉर्म्स से प्रतिज्ञा दिलवाई जाएगी। गूगल फॉर्म्स में प्रतिज्ञा के साथ-साथ विद्यार्थियों को जल का महत्व समझाने के लिए कुछ प्रश्नों को भी पूछा जाएगा। अभियान के पहले दिन इसकी शुरुआत प्राचार्य डॉ जीके सपरा ने सबसे पहले गूगल फॉर्म भरकर जल सरंक्षण की शपथ ली एवं सभी शिक्षक, गैर शिक्षक संकाय व विद्यार्थियों को शपथ लेने के लिए प्रेरित किया। इसी के साथ महाविद्यालय के सभी वरिष्ठ अध्यापकों ने जल सरंक्षण की शपथ लीI इस अभियान में लगभग 100 शिक्षकों के साथ साथ गैर शिक्षक कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों ने जल संरक्षण की प्रतिज्ञा ली एवं उन्हें ई-मेल द्वारा प्रमाणपत्र से सम्मानित किया गया। इस अभियान के आयोजन में रसायन शास्त्र संघ की डॉ रुचि शर्मा, डॉ रमन सैनी एवं डॉ वनीता सपरा ने अपना योगदान दिया। महाविद्यालय के प्रबंधन समिति के अध्यक्ष एडवोकेट महेंद्र कालरा, उपाध्यक्ष मनोज मंगला, सचिव बंशीधर मखीजा एवं कोषाध्यक्ष निलेश मंगला ने इस आयोजन के लिए प्राचार्य डॉ जीके सपरा, प्रभारी डॉ पीके वर्मा एवं विभागाध्यक्ष डॉ अंजू को बधाई दी।
[the_ad id='25870']