पलवल (आवाज केसरी ) महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित महिला सम्मान एवं संरक्षण केंद्र पलवल में पिछले 6 दिन से रह रही एक युवती की अभी पहचान नहीं हो पाई है। जो अपना खुद का नाम रचना, मां का नाम देवी और पिता का नाम नेत्रपाल बताती है । युवती के अनुसार उसे पहले एक मोटे से किसी व्यक्ति ने पकड़ा था फिर दो लोग उसे मोटरसाइकिल पर बिठाकर घर के पास से उठा कर ले गए थे। युवती के अनुसार जो लोग उसे उठाकर ले गए थे उन्होंने उसे खूब यातनाएं दी थी। उन्होंने ना तो कुछ खाने के लिए दिया और ना पीने के लिए पानी दिया । जब पानी मांगती थी तो वह लोग पिटाई करते थे। महिला एवं बाल विभाग अधिकारी ने युवती की पहचान की अपील की है जिससे कि उसके माता-पिता के साथ साथ अपराधियों तक पहुंचा जा सके।

पलवल जिला अस्पताल में बनाए गए वन स्टॉप सेंटर में दिखाई दे रही है युवती की उम्र लगभग 20 वर्ष है। जिसका उसके घर के पास से किन्हीं दो लोगों ने अपहरण कर लिया था जिनके नाम वह अंजुम और आमीन बताती है। एक का हुलिया मोटा तगड़ा बताती है , जिसने उसके हाथ को कसकर पकड़ कर मोटरसाइकिल पर बिठाकर लिया था और फिर घर से दूर ले गए थे। माता-पिता के अलावा अपने बड़े भाई का नाम राहुल बताती है। युवती का कहना है कि उसके साथ जो हुआ है और हो रहा है उसके बारे में ना तो उसकी मां को पता था और ना ही उसके पिता को कुछ पता है। अपने माता-पिता से दूर होने के गम में वह नाम मात्र का ही खाना ही खा पाती है।
अधिकांश समय उदास रहने वाली युवती के साथ क्या क्या ज्यादतियां हुई हैं यह तो उसके परिवार और माता-पिता के सामने आने के बाद भी मालूम हो पाएगा । क्योंकि उसके माता-पिता एवं परिवार के लोग ही उसकी तुतलाई भाषा को समझ सकते है । लड़की अधिकांश समय बहुत डरी सहमी और घबराई हुई रहती है जिसके कारण रात में सो भी नहीं पाती है। लेकिन कभी-कभी वह नाचने और खुद से गाने भी लगती है |
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा जिला अस्पताल पलवल में संचालित वन स्टॉप क्राईसिस सेंटर इंचार्ज सपना एवं मोहन ने बताया की लड़की को पुलिस के द्वारा इमरजेंसी वार्ड में लाया गया था जहां से लड़की के बारे में हमें सूचना मिली लड़की को जिस वक्त अस्पताल में लाए गया था तब लड़की की हालत बहुत खराब थी वह बहुत डरी सहमी हुई थी और कुछ भी बोल नहीं पा रही थी।
उन्होंने बताया कि लड़की की तुतलाई हुई भाषा होने के कारण उन्हें कुछ स्पष्ट नहीं हो पाता कि वह क्या बता रही है उसकी बातों से यह लगता है कि वह इलाहाबाद के आसपास के कहीं की रहने वाली है। उसके गांव के पास कोई सराय नाम का शहर अथवा गाँव भी है जिसके पास वह दूसरी कक्षा तक किसी स्कूल में पढ़ने के लिए भी गई होगी। वन स्टॉप क्राइसिस सेंटर आने के बाद युवती का मेडिकल परीक्षण तथा कोरोना टेस्ट भी कराया गया जिसकी रिपोर्ट आनी बाकी है। महिला व बाल विकास विभाग तथा पुलिस का प्रथम प्रयास यही है कि किसी तरह से युवती की पहचान हो जाए और युवती अपने परिवार तक पहुंच जाए। इनके अनुसार युवती अपने बिछुड़े परिवार तक पहुंच जाएगी उसके बाद उसका अपहरण कर यातनाएं देने वालों तक भी पहुंचा जा सकता है। दो फाइल फाइलों में युवती की बाईटें है। जिनमें वह अपने तथा अपने साथ हुई यातनाओं के बारे बता रही है।
