पलवल। एमवीएन विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ फार्मास्यूटिकल साइंसेज के तत्वावधान में दी आर्ट ऑफ राइटिंग केमिस्ट्री इन इलेक्ट्रॉनिक नोटबुक के विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। जिसमें पूरे भारतवर्ष के विभिन्न विद्यालयों एवं विश्वविद्यालयों से 286 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यशाला का शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ० जेवी देसाई, उपकुलपति डॉ० एनपी सिंह, कुलसचिव डॉ राजीव रतन एवं फार्मेसी विभाग के डीन डॉ० तरुण विरमानी ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। इसके पश्चात कार्यशाला के मुख्य अतिथि डॉ० दिवाकर गोली, कुलपति राफेलस विश्वविद्यालय, नीमराना, अलवर ने ऑनलाइन माध्यम से रसायन विज्ञान के बारे में अपने विचार सांझा किए एवं विद्यार्थियों को प्रेरित किया कि इस प्रकार के कार्यशाला में ज्यादा से ज्यादा भाग ले क्योंकि इस प्रकार की कार्यशाला सैद्धांतिक ज्ञान के साथ साथ व्यवहारिक ज्ञान भी देती हैं। कार्यशाला को विभिन्न तीन माड्यूल्स में बांटा गया, जिसमें प्रत्येक मॉड्यूल के पश्चात प्रतिभागियों को होमवर्क के तौर पर प्रश्नपत्र भी दिए गए। कार्यशाला के मुख्य आकर्षण बिंदु इलेक्ट्रॉनिकली टू डाइमेंशनल रासायनिक संरचना करना, उनको थ्री डाइमेंशनल के रूप में देखना एवं एमएस वर्ड मे विभिन्न दस्तावेजों को तैयार करना थे। इन सभी विषयों को विस्तारपूर्वक एवं आसानी से समझाने का कार्य डॉ० रवि रावत ने किया। कार्यशाला के अंतिम दिवस पर ऑनलाइन माध्यम से एक एग्जाम का आयोजन भी किया गया। इस एग्जाम के आधार पर ही प्रतिभागियों को कार्यशाला में भाग लेने एवं इसे पूरा करने के लिए प्रमाण पत्र भी वितरित किए जाएंगे। विश्वविद्यालय की प्रबंधक संचालक कांता शर्मा, अध्यक्ष वरुण शर्मा, कुलाधिपति संतोष शर्मा ने कार्यशाला के आयोजन पर विभाग की सराहना की एवं कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला समय-समय पर होनी अत्यंत आवश्यक है। कार्यशाला के दौरान सभी प्रतिभागी एवं विश्व विद्यालय का शिक्षक गण ऑनलाइन माध्यम से जुड़े रहे।
कार्यशाला में प्रतिभागियों को जागरूक किया
[the_ad id='25870']