पलवल। बुधवार को एमवीएन विश्वविद्यालय के कंप्यूटर साइंस के नवप्रवेशित छात्रों के लिए कंप्यूटर साइंस में विशेषज्ञयता और उनमें कैरियर की संभावनाओं पर सात दिवसीय कार्यशाला का समापन हुआ। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जेवी देसाई ने देश के विकास में कंप्यूटर के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कंप्यूटर विज्ञान की सर्वव्यापी प्रकृति ने इसे रोजगार परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण कौशल बना दिया है और कंप्यूटर विज्ञान शिक्षा भारत के युवाओं को सर्वश्रेष्ठ भविष्य के निर्माण का अवसर प्रदान करने में काफी मदद करेगी। विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ राजीव रतन ने कहा कि आज कंप्यूटर जगत में जो क्रांति आयी है, वह अभूतपूर्व है। आज हमारे हाथ में जो मोबाइल है, वह भी एक छोटा किन्तु शक्तिशाली कंप्यूटर है और हमें इसका सावधानी पूर्वक इस्तेमाल करना चाहिए। विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक्स डॉ सचिन गुप्ता ने कहा कि आज देश जिस मुकाम पर है, वह कंप्यूटर की देन है। अगर हमें आगे बढ़ना है तो कंप्यूटर की विभिन्न विद्याओ में विषज्ञता हासिल करनी होगी। इस सात दिवसीय कार्यक्रम में देश विदेश के तमाम विषय विशेषज्ञ शामिल हुए और उन्होंने अपना अनुभव छात्रों के साथ साझा किया। विदेशी विशेषज्ञ विपुल ज़ारो (ऑस्ट्रेलिया), अतुल राणा (नीदरलैण्ड) और अनीश तलवार (कनाडा) ने ऑनलाइन माध्यम से विद्यार्थियों का मार्गदर्शन और उत्साहवर्धन किया एवं भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। कार्यशाला के अंतिम सत्र में आरती नारंग, गुड़वत्ता टीम लीड के द्वारा सॉफ्टवेयर टेस्टिंग की असीमित रोजगार संभावनाओ के विषय में छात्रों का मार्गदर्शन किया गया।कार्यक्रम के अंत में विभागाध्यक्ष बबीता यादव ने सभी अतिथियों, संकायअध्यक्षों, विभागाध्यक्षों, शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए आभार जताया। इस अवसर पर डॉ आलोक श्रीवास्तव, हरेंदर सिंह, चारु शर्मा और सुधा रानी आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।
एमवीएन विश्वविद्यालय में नवप्रवेशित छात्रों के लिये सात दिवसीय कार्यशाला का समापन
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