Home शिक्षा एमवीएन विश्वविद्यालय के कृषि संकाय विभाग द्वारा कृषि के नव प्रवेशित विद्यार्थियों...

एमवीएन विश्वविद्यालय के कृषि संकाय विभाग द्वारा कृषि के नव प्रवेशित विद्यार्थियों का कराया गया ओरिएंटेशन कार्यक्रम

पलवल। एमवीएन विश्वविद्यालय के कृषि संकाय विभाग के द्वारा कृषि के नव प्रवेशित विद्यार्थियों का कराया ओरियंटेशन कार्यक्रम, कृषि विभाग के अधिष्ठाता डॉ मयंक चतुर्वेदी ने विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ जेबी देसाई को गुलदस्ता भेंट कर कार्यक्रम की शुरुआत की। डेयरी विभाग के अधिष्ठाता इंजीनियर योगेश कुमार ने विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजीव रतन को गुलदस्ता प्रदान किया। इस अवसर पर डॉ जेबी देसाई ने बीएससी कृषि के छात्र छात्राओं को बताया कि आज कृषि केवल व्यवसाय का साधन नहीं अपितु एक शोध का विषय है। आज नवीन तकनीकों के माध्यम से बढ़ती हुई जनसंख्या का पालन पोषण किया जा सकता है। बीएससी कृषि के विद्यार्थियों का इसमें अहम योगदान रहता है। डॉ जेबी देसाई ने छात्र छात्राओं को कृषि पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने पर सभी को बधाई दी। सभी विद्यार्थियों को कुशल शिक्षकों और आधुनिक तकनीकों के माध्यम से पठन-पाठन का कार्य विश्वविद्यालय में कराने के लिए भरोसा दिलाया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ अनुज कुमार प्रधान वैज्ञानिक भारतीय गेहूं और जौ अनुसंधान संस्थान करनाल ने बीएससी कृषि के छात्र छात्राओं को बताया कि देश में इंडियन काउंसिल आफ एग्रीकल्चरल रिसर्च कृषि के क्षेत्र में राज्य और केंद्रीय विश्वविद्यालय, प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ द्वारा कृषि पाठ्यक्रम चलाया जा रहा है।50000 कृषि विद्यार्थी प्रत्येक साल कृषि से ग्रेजुएट हो रोजगार अर्जित कर रहे हैं। डॉ अनुज ने सभी विद्यार्थियों को पाठ्यक्रम चयन करने के लिए बधाई दी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ संग्राम वी चवन, वैज्ञानिक राष्टीय अजैविक स्ट्रेस प्रबंधन संस्थान बारामती महाराष्ट्र ने बताया कि आज विद्यार्थी कृषि में नए नए शोध कार्यो को अंजाम दे रहे हैं। आज हम कृषि उत्पाद और कृषि से तैयार वस्तुओं के मामले में आत्मनिर्भर हो रहे हैं। आज हमारा उत्पादन और उत्पादकता दोनों बढ़ रहे हैं। इस सभी का श्रेय उन्होंने कृषि विद्यार्थियों और कृषि वैज्ञानिकों को दिया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य के लिए कामना की। विश्वविद्यालय के कुलसचिव महोदय डॉ राजीव रतन ने सभी विद्यार्थियों को बताया कि आज हम पूर्ण रूप से कृषि से संबंधित वस्तुओं और उन से निर्मित उत्पादों पर निर्भर रहते हैं। उन्होंने कहा कि आज केवल कृषि की उपयोगिता कृषि विद्यार्थियों के लिए ही नहीं रही। हर व्यक्ति को चाहे वह इंजीनियर, डॉक्टर, वकील हो सभी को प्रकृति और कृषि के प्रति अपनी जिम्मेदारी समझनी चाहिए और डॉक्टर राजीव ने सभी विद्यार्थियों को कुशल छात्र बनने के लिए प्रेरित किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के उपकुलपति डा0 एन.पी. सिंह ने नए छात्रों को शुभकामनाएँ दीं। विश्वविद्यालय के एकेडमिक कोऑर्डिनेटर देवेश भटनागर ने कृषि विभाग के अधिष्ठाता डॉ मयंक चतुर्वेदी, बीएससी एग्रीकल्चर के विद्यार्थियों और उपस्थित सीईओ, आइक्यूऐसी इंचार्ज और विभाग के सभी सहायक प्राध्यापक डॉ सतीश चौधरी, आकांक्षा शर्मा, आदित्य गिरी, आशीष पालीवाल, डॉ स्मिता श्रीवास्तव, योगेश कुमार, लैब इंचार्ज बिहारी लाल, फार्म इंचार्ज योगेश शर्मा आदि सभी को कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया।

[the_ad id='25870']

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here