-मुख्यमंत्री मनोहर लाल हरियाणा में आज 36 बिरादरी को साथ लेकर कर रहे है प्रदेश की सेवा
-गुरनाम सिंह के इस विवादित बयान पर सारे प्रदेश की जनता में गहरा रोष है
पलवल। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी द्वारा पाकिस्तानी कहे जाने पर विवाद बढ़ गया है। गुरनाम सिंह के इस बयान को लेकर प्रदेश की जनता में खासा गहरा रोष है। भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य वीर ममता चौहान ने गुरनाम सिंह के इस बयान की घोर निंदा करते हुए कहा कि देश की आजादी के समय लाखों की तादाद में हिंदू लोग पाकिस्तान से भारत आए थे। उनका यह बयान बेहद ही निंदनीय है। गुरनाम सिंह ने ऐसा बयान देकर, उस समय जितने भी लोग भारत आए थे और जिन्होंने आजादी के लिए संघर्ष किया था। उन सभी का अपमान करने का काम किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल का पैतृक गांव महम चौबीसी का निदाना और कलानौर विधानसभा का बनियानी गांव है। जहां पर मुख्यमंत्री मनोहरलाल व उसके परिवार ने खेती-बाड़ी कर किसानों की तरह अपना परिवार का जीवन यापन किया। मुख्यमंत्री मनोहर लाल आज हरियाणा प्रदेश की निःस्वार्थ भाव से सेवा कर रहे हैं और 36 बिरादरी को साथ लेकर हरियाणा में काम कर रहे हैं। गुरनाम सिंह को अपने इस बयान पर माफी मांगनी होगी। गुरनाम सिंह ओच्छी मानसिकता के इंसान हैं और किसान आंदोलन के नाम पर अपने मंसूबों को पूरा करना चाहते हैं। चौहान ने कहा कि गुरनाम चढूनी मंडी में काम करने वाला कमीशन एजेंट है। किसान के नाम पर केवल राजनीति करते है। उन्होंने 2019 में हरियाणा से निर्दलीय के तौर पर विधानसभा का चुनाव भी लड़ा था और वहाँ भी हार का मुंह देखना पड़ा था। गुरनाम चढूनी की पत्नी भी राजनीति से जुड़ी हुई है, उन्होंने भी 2019 में लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी की टिकट पर चुनाव लडा और हार का मुंह देखना पड़ा था। हम इस बात से अंदाजा लगा सकते है कि किसान के नाम पर वह राजनीति कर रहे हैं। उनके इस बयान के विरोध में हरियाणा में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कई जगह गुरनाम सिंह का पुतला भी फूंका है। नेत्री वीर ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के खिलाफ इस तरह के शब्दों को सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुरनाम सिंह की भाषा से साफ पता चल रहा है कि उनका मकसद क्या है। ऐसे लोग हरियाणा के भाईचारे को खराब करना चाहते हैं, जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गुरनाम सिंह चढूनी किसान आंदोलन के नाम पर विपक्षी पार्टियों से मिलकर लोगों को गुमराह कर देश विरोधी बाते कर रहा है। जिसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है। चौहान ने कहा कि इतने बुजुर्ग आदमी को होश में रहकर बात करनी चाहिए व हरियाणा की शान मुख्यमंत्री मनोहर लाल से माफ़ी भी मांगनी चाहिए।